प्रियंका गांधी ने भाजपा के परिवारवाद वाले आरोप की वजह से चुनाव लड़ने से किया परहेज

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New Delhi: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अपनी दो प्रतिष्ठित सीटों, अमेठी और रायबरेली के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. इसी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनावी मैदान में उतरने की अटकलों पर भी विराम लग गया. पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रियंका गांधी वाड्रा से अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया. इसका कारण ये था कि उनके भाई राहुल गांधी की जीत से गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में पहुंच जाएंगे. उनकी मां सोनिया गांधी अब राज्यसभा में हैं. उन्होंने तर्क दिया कि इससे भाजपा के वंशवादी राजनीति वाले आरोपों को और बल मिलेगा.

हालांकि, कुछ नेताओं को डर है कि उनके फैसले से मतदाताओं के बीच नकारात्मक धारणा पैदा हो सकती है. प्रियंका गांधी वाड्रा बड़े पैमाने पर प्रचार कर रही हैं और पीएम मोदी के ग्रैंड ओल्ड पार्टी पर ‘मंगलसूत्र’ आरोप के बाद कांग्रेस के जवाबी हमले का चेहरा रही हैं. कई लोगों का मानना है कि अगर वह चुनाव लड़तीं तो कांग्रेस को उनकी स्टार पावर से फायदा हो सकता था. कांग्रेस के सस्पेंस खत्म करने बाद हैरानी इस बात कि है कि राहुल गांधी को अमेठी के बजाय रायबरेली से मैदान में उतारा गया. अबकी बार अमेठी के लिए, कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को चुना, जो लंबे समय से गांधी परिवार के वफादार है. केएल शर्मा, पहले रायबरेली में सोनिया गांधी के प्रतिनिधि के रूप में काम कर चुके हैं.

राहुल गांधी, केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं, और शर्मा अमेठी से. दोनों आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को अमेठी और रायबरेली में मतदान होगा. राहुल गांधी का मुकाबला रायबरेली में भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से होगा और शर्मा का मुकाबला अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से होगा. ईरानी ने 2019 के चुनावों में राहुल गांधी के खिलाफ एक चौंकाने वाली जीत हासिल की थी और निर्वाचन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रचार कर रही थीं. कांग्रेस नेताओं को भरोसा है कि गांधी रायबरेली में प्रचंड जीत दर्ज करेंगे. अमेठी के लिए उनका कहना है कि केएल शर्मा जमीनी स्तर के नेता हैं जो कि वहां अच्छा प्रदर्शन करेंगे.

प्रियंका गांधी वाड्रा ने शर्मा को शुभकामनाएं देने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट की. उन्होंने कहा, “किशोरी लाल शर्मा हमारे परिवार के साथ एक रिश्ता साझा करते हैं, वह अमेठी और रायबरेली के लोगों की सेवा के लिए समर्पित हैं. सार्वजनिक सेवा के लिए उनका उत्साह एक उदाहरण है.” उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “यह खुशी की बात है कि कांग्रेस ने उन्हें अमेठी से अपना उम्मीदवार बनाया है. उनका समर्पण और कर्तव्य की भावना निश्चित रूप से इस चुनाव में उन्हें सफलता दिलाएगी.” भाजपा ने राहुल गांधी को अमेठी से रायबरेली भेजने के कांग्रेस के कदम पर उन पर कटाक्ष किया है.

पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि कांग्रेस अब दिन में सपने देखने की आदी हो गई है. उन्होंने कहा, “अमेठी में चुनाव नहीं लड़ने के राहुल गांधी के फैसले से पता चलता है कि कांग्रेस के अभियानों में आत्मविश्वास की कमी है. एक जिम्मेदार जनरल की तरह लड़ाई का नेतृत्व करने के बजाय, वह एक भगोड़े सैनिक की तरह व्यवहार कर रहे हैं.

 

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