अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ एतवारी छठ संपन्न

1 min read

Koderma. जिले के जयनगर प्रखंड सहित विभिन्न गांवों में लोक आस्था से जुड़ा एतवारी छठ की अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. इस दौरान विभिन्न छठ घाटों में काफी भीड़ का माहौल था. आस्था से परिपूर्ण लोगों के अंदर धार्मिक गुणों का संचार के साथ सनातन धर्म के प्रति आस्था और विश्वास कूट-कूट कर दिखाई दे रही थी. अस्त होते हुए सूर्य को अर्घ देने का उत्साह सभी छठ व्रतियों में देखने को मिल रहा था. यहां तक कि बच्चे बूढ़े जवान सभी छठ घाटों पर शांतिपूर्ण ढंग से पूजा अर्चना कर रहे थे. सूर्य भगवान अस्ताचलगामी हुए, लोगों ने दूध तथा पवित्र जल से अर्घ्य देकर सूर्य देव को प्रसन्न किया व अपनी मनोकामना मांगी. इधर प्रशासन की ओर से विभिन्न छठ घाटों पर शांतिपूर्ण ढंग से छठ त्यौहार को लेकर पुलिस बल जगह-जगह पर तैनात किए गए थे. पूरे जयनगर प्रखंड में एतवारी छठ का त्यौहार हर्षोल्लास से संपन्न हुआ. वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम कुमार, जयनगर थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार राणा, पुलिस अवर निरीक्षक अमित कुमार, सुनील पासवान, पंचम तिग्गा एवं पुलिस बल के द्वारा क्षेत्र में गहन पेट्रोलिंग किया गया.

मरकच्चो में मनाया गया एतवारी छठ पर्व

मरकच्चो प्रखंड के दर्जनों नदी, तालाबों व पोखरों में इतवार को सैकडों की संख्या में छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्ध्य देने के लिए पहुंचे. व्रती जल में घंटों खडे़ रहकर सूर्य की आराधना की एवं डूबते सूर्य की लालिमा को देख अ‌र्ध्य अर्पित किया. इसके बाद विधिवत पूजा अर्चना किया गया. उक्त इतवार छठ का महत्व भी छठ महापर्व के सामान ही है. कहा जाता है कि जो महिला छठ महापर्व की हैं वो प्रथम इतवार को भी 24 घंटे का उपवास रखकर अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्ध्य देती हैं. इससे पूर्व खरना भी करती हैं तथा प्रत्येक कार्य छठ महापर्व की तरह ही किया जाता है. कहा जाता है कि इतवार छठ करने से व्रती को सुहागन व धन, वंश, वैभव आदि की प्राप्ति होती है.

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours