New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत मंडपम में चल रहे ‘स्टार्टअप महाकुंभ’ को संबोधित करते हुए कहा कि देश 2047 के विकसित भारत के रोडमैप पर काम कर रहा है, ऐसे समय में स्टार्ट अप महाकुंभ का बहुत महत्व है. पीएम मोदी ने कहा कि बीते दशकों में भारत ने IT और सोफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है. अब हम भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं.
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पीएम ने कहा कि इस बार के अंतरिम बजट में एक बहुत बड़ा फैसला लिया गया है. रिसर्च और इनोवेशन के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के फंड का ऐलान किया गया है. भारत के युवाओं ने रोजगार मांगने वाले की बजाय रोजगार पैदा करने वाला बनने का रास्ता चुना है.
उद्यमियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि स्टार्टअप लॉन्च तो बहुत लोग करते हैं. राजनीति में तो ये बहुत ज्यादा होता है और बार-बार लॉन्च करना पड़ता है. आप में और उनमें फर्क ये है कि आप लोग प्रयोगशील होते हैं, एक अगर लॉन्च नहीं हुआ तो तुरंत दूसरे पर चले जाते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि भारत की युवा शक्ति का सामर्थ्य आज पूरी दुनिया देख रही है. इस सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए देश ने स्टार्टअप इकोसिस्टम निर्माण की तरफ अनेक कदम उठाए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि देश ने स्टार्ट अप इंडिया अभियान के तहत इनोवेटिव आइडिया को एक प्लेटफॉर्म दिया. उन्हें फंडिंग के सोर्स से कनेक्ट किया. इससे आज पूरा देश गर्व से कह सकता है कि हमारा स्टार्ट अप इकोसिस्टम सिर्फ बड़े मेट्रो शहर तक सीमित नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत की स्टार्टअप क्रांति का नेतृत्व देश के छोटे शहरों के युवा कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है. 1.25 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड स्टार्टअप हैं, जो 12 लाख से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार पैदा करते हैं. देश में 110 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं. हमारे स्टार्टअप ने 12,000 से ज्यादा पेटेंट रजिस्ट्रेशन किए हैं. महिलाओं के पास 45 प्रतिशत स्टार्टअप की कमान है.
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