Uttarkashi: उत्तराखंड में यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर बन रही एक सुरंग के धंस जाने से उसमें काम कर रहे 36 मजदूर फंस गए हैं. मजदूरों को बचाने का काम जारी है. यह सुरंग उत्तरकाशी जिले में सिल्कयारा और डांडलगांव को जोड़ने के लिए बनाई जा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से फोन कर रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली है.
अधिकारियों का कहना है कि सुरंग में फंसे मजदूर सुरक्षित हैं. उन्हें बाहर से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. हालांकि फंसे हुए मजदूरों से कोई बात नहीं हो पाई है. फंसे हुए मजदूरों में सिर्फ एक उत्तराखंड का है. बाकी लोग बिहार, पश्चिम बंगाल, यूपी, झारखंड, ओडिशा और हिमाचल प्रदेश के हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स और नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के राहतकर्मी स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ मिल कर काम कर रहे हैं. सुरंग के पास से मलबा हटाने के लिए जेसीबी और दूसरी मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है.
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि सुरंग के मुहाने के पास का एक हिस्सा 200 मीटर तक टूट गया था. इसे बनाने का काम चल रहा था. उसी दौरान यह धंस गई. उन्होंंने कहा कि अभी तक सुरंग में फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकलना हमारी प्राथमिकता है.
रविवार सुबह हुई घटना
एसपी अर्पण यधुवंशी ने बताया, ”रविवार सुबह लगभग सुबह पांच बजे हाईवे पर निर्माणाधीन सुरंग के सिल्क्यारा वाले मुहाने से 230 मीटर अंदर मलबा गिरा.” ”देखते-देखते 30 से 35 मीटर हिस्से से पहले हल्का मलबा गिरा और फिर अचानक भरभरा कर भारी मलबे और पत्थर गिरने लगे. इसके चलते सुरंग के अंदर काम कर रहे मजदूर अंदर ही फंस गए, वहीं मलबे की चपेट में आने से सुरंग की ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो गई.”
ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत बन रही सुरंग
उत्तराखंड में ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत उत्तरकाशी में नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी सुरंग बना रही है. सुरंग नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की निगरानी में बन रही है. सुरंग के अगले साल फरवरी तक बन कर तैयार हो जाने की उम्मीद है.
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