New Delhi: एक दिल दहला देने वाले हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. शख्स अपना गीला तौलिया सुखा रहा था और तभी उसे बिजली का झटका लगा, इसके बाद उसकी पत्नी उसे बचाने पहुंची और वो भी बिजली की चपेट में आ गई. अपने माता-पिता को इस हालत में देख उनका बेटा भी उनकी मदद के लिए पहुंचा लेकिन वो भी बिजली के झटके से खुद को बचा नहीं पाया और तीनों की इस दर्दनाक हादसे के कारण मौत हो गई.
यह घटना सोमवार को पुणे के दौंड तालुका के दापोड़ी गांव की है. यहां एक परिवार टीन की छत वाले घर में रहता था और उनके घर के साथ ही बिजली का खंबा था. माना जा रहा है कि मेटल की छत होने के कारण करंट उसमें आ गया और फिर कपड़े सुखाने वाली तार तक पहुंच गया. परिवार में केवल बेटी ही जिंदा बच पाई है क्योंकि जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त वह अपनी ट्यूशन अटेंड कर रही थी.
मृतकों की पहचान सुरेंद्र देविदास भालेकर (44), उसकी पत्नी आदिका सुरेंद्र भालेकर (38) और उनके बेटे प्रसाद सुरेंद्र भालेकर (17) के रूप में हुई है. दौंड पुलिस के मुताबिक भालेकर परिवार सोलापुर जिले का रहने वाला है और वो पिछले पांच साल से दापोड़ी में रह रहे थे. वो अद्सुल के रूम पर किराए पर रह रहे थे. यहां कई लोग रेंट पर रहते हैं. सुरेंद्र भालेकर कंस्ट्रक्टर मजदूर का काम करता था. दोनों के दो बेटे और एक बेटी है. उनका एक बेटा दूसरे गांव में है और प्रसाद 12वीं में था और ज्वाहरलाल स्कूल से अपनी पढ़ाई कर रहा था. आदिका भालेकर गांव के खेत में काम करती थी.
घर में बिजली का कनेक्शन था और घर के अंदर की तार मेटल की छत के संपर्क में आ गई थी. बाहर काफी बारिश हो रही थी और हवा चल रही थी और साथ ही तार की प्लास्टिक की परत हट गई थी और इस वजह से कॉपर की तार बाहर आ गई थी और वो छत से बिजली के संपर्क में आ गई. सुबह लगभग 7 बजे नहाने के बाद सुरेंद्र भालेकर बाहर अपना तौलिया सुखाने गए थे. जैसे ही तौलिया तार को छुआ वैसे ही बिजली का झटका उसे लग गया और इस वजह से तीनों की मौत हो गई.
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