ग्रामीण कार्य विभाग: टेंडर निष्पादन में गड़बड़ी की शिकायत, जांच की मांग

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Ranchi : ग्रामीण कार्य विभाग गड़बड़ियों को लेकर चर्चा में है. विभाग द्वारा निविदा के निष्पादन में अनिमितता की शिकायत कई संवेदकों के द्वारा एक बार फिर की गई है. ईस्ट इंडिया कंट्रक्शन कंपनी के प्रतिनिधि सूरज कांत तिलक ने आरोप लगाया है कि अपने चहेते संवेदक को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रख कर एवं मनमाने ढंग से निविदा का निष्पादन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कार्य प्रमंडल गिरिडीह अंतर्गत आमंत्रित निविदा का निष्पादन मुख्य अभि यंता कार्यालय ग्रामीण कार्य विभाग रांची द्वारा नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा है. वहीं एक नियम के तहत संवेदक को योग्य तो कहीं उसी नियम के तहत आयोग्य किया जा रहा है. निविदा में 26 एएस संलग्न न रहने पर नियमत: अन्य संवेदकों की निविदा को अयोग्य माना जा रहा है. वहीं, एक संवेदक को 26 एएस निविदा में संलग्न न रहने के बावजूद कार्य प्रमंडल गिरिडीह अंतर्गत कार्य आवंटित किया गया है. एक अन्य कंपनी को भी गलत तरीके से काम दिया गया है. संवेदकों ने इसकी जांच की मांग कर ठीक करने का अनुरोध राज्य सरकार से किया है.

प्रधान सचिव को दी गयी जानकारी

उन्होंने बताया कि इसकी सूचना ईस्ट इंडिया कंट्रक्शन कंपनी द्वारा विभाग के मुख्य अभियंता को आवेदन के जरिये अप्रैल माह में ही दी गयी थी, अब फिर विभाग के प्रधान सचिव को ज्ञापन सौंपा गया है. सूरज कांत तिलक ने बताया कि पूर्व की निष्पादित निविदा पर ध्यान दिया जाये तो वैसे संलग्न त्रुटिपूर्ण कागजात के आधार पर अन्य संवेदकों को तकनीकी रूप से आयोग्य करार दिया जा चुका है. उन्होंने आरोप लगाया कि अन्य टेंडर की प्रक्रिया में भी ऐसी ही अनिमितता बरती जा रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यालय के ही इंजीनियरों के द्वारा निविदा निष्पादन में मनमानी की जा रही है.

अक्सर संवेदकों की शिकायत रहती है, पर कार्रवाई नहीं

बताया जा रहा है कि कई अन्य संवेदकों ने भी इस मामले को लेकर समय-समय पर अपनी आपत्ति विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारियों के समक्ष दर्ज करायी है और जांच करने की मांग की है लेकिन अभी तक इन मामलों पर कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की गई है.

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