चतरा में शहीद हुए 2 जवानों को श्रद्धांजलि,  डीजीपी ने कहा- बेकार नहीं जायेगी शहादत

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Ranchi : चतरा में नक्सली हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए डीजीपी अजय कुमार सिंह, एडीजी संजय राव लाटकर, आइजी माइकल राज, आइजी स्पेशल ब्रांच प्रभात कुमार, डीआइजी सुनील भास्कर, सीआरपीएफ बोकारो जोन के डीआइजी बृजेश सिंह, चतरा एसपी राकेश रंजन सहित अन्य पदाधिकारी चतरा पहुंचे. पुलिस लाइन में शहीद जवान सिकंदर सिंह और सुकन राम को डीजीपी समेत अऩ्य अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी. डीजीपी अजय कुमार सिंह ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात कर सहायता राशि सौंपने के साथ हर संभव मदद का भरोसा दिया. मौके पर डीजीपी ने कहा कि नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में हमारे दो जाबांज जवान शहीद हुए हैं. दोनों जवानों की शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जायेगा. पुलिस की टीम इलाके की घेराबंदी कर लगातार सर्च अभियान चला रही है. एक-एक करके नक्सलियों से बदला लिया जायेगा. इससे पहले रेंड के आइजी और डीआइजी ने घटनास्थल का जायजा लिया. वहीं पुलिस तीन संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी का आरोप- इतने सुदूर वन क्षेत्र में नहीं लाना चाहिए था हमलोगों को

चतरा के सदर थाना क्षेत्र स्थित भुइंयाडीह बैरिया में हुई मुठभेड़ के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में जवान के अनुसार पहाड़ है, चारों तरफ पहाड़ के बीच फील्ड है, उसमें पोस्ता लगाया गया है. और इसी पोस्ता को नष्ट करने के लिए जोरी थाना और सदर थाना का अभियान चल रहा है. जिसमें मात्र सात से आठ डीएपी आये हुए हैं. बाकी आठ लाठी पार्टी है. जवान कह रहा है कि इतने सुदूर वन क्षेत्र में नहीं लाना चाहिये था हमलोगों को, यही कहेंगे और क्या कहेंगे. जानकारी के अनुसार जिस वक्त पुलिस टीम पर घात लगा कर नक्सलियों ने हमला किया था उस वक्त आधे से अधिक जवान बिना हथियार के थे. चर्चा है कि सदर थाना का थाना प्रभारी ट्रेनी डीएसपी है. उन्होंने बिना वरीय पदाधिकारी को जानकारी दिये जवानों को अफीम नष्ट करने के लिए भेज दिया था. जबकि नक्सलियों के मूवमेंट की सूचना पहले ही पुलिस को मिली थी.

टीपीसी उग्रवादियों ने घटना को दिया अंजाम

चतरा में बुधवार को अफीम की फसल नष्ट कर लौट रहे पुलिसकर्मियों पर बैरियो जंगल में नक्सलियों ने हमला कर दिया. इसमें सिकंदर सिंह और शुकन राम शहीद हो गये. वहीं 3 अन्य जवानों को गोली लगी. घायल जवान आकाश कुमार की गंभीर स्थित को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रांची लाया गया. बताया जा रहा है कि टीपीसी के सबजोनल कमांडर हरेंद्र गंझू के दस्ते ने घटना को अंजाम दिया है. हालांकि किसी संगठन ने इसकी जिम्मेवारी नहीं ली है. आइजी अभियान के अनुसार टीपीसी के साथ मुठभेड़ हुई है. दोनों तरफ से गोली चली है. दो जवान शहीद हुए हैं. इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है.

अंतराष्ट्रीय साजिश और टेरर फंडिंग से जुड़ा मामला

चतरा के सांसद सुनील कुमार सिंह ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उग्रवादी घटना पर दुख जताया. उन्होंने गृह विभाग व नारकोटिक्स विभाग से पूरे मामले की जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि चतरा में अफीम की खेती बड़े पैमाने पर हो रही थी. सैकड़ों एकड़ जमीन में चल रही अफीम की खेती को रोकने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही थी. सैकड़ों एकड़ वन भूमि में अफीम की खेती की जा रही है. वन विभाग के अधिकारियों के संलिप्तता के बिना नहीं हो सकता. चतरा पुलिस के पास इतने संसाधन नहीं है कि वो इस अफीम की खेती को समाप्त करे. क्योंकि यह गिरोह अंतराष्ट्रीय साजिश और टेरर फंडिंग से जुड़ा है. नारकोटिक्स से मामले की जांच करायी जाये. साथ ही वन भूमि में कैसे खेती हो रही है इसकी जांच की जाये.

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