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Ranchi: मनरेगा कार्यो की निगरानी अब हवाई तकनीक के जरिए भी होगी. ग्रामीण विकास विभाग सारे कार्यो की निगरानी ड्रोन के जरिये करने जा रहा है. भ्रष्टाचार की आए दिन मिलने वाली शिकायतों के बाद राज्य सरकार जल्द ही ड्रोन सर्विस प्रोवाइडर को हायर करने की तैयारी में है. इसके लिए एक विशेष नीति तैयार की गयी है. सभी जिलों को इसके लिए दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं.
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विगत 18 अक्टूबर को ड्रोन तकनीक के उपयोग पर विशेष चर्चा भी की गयी. बता दें, कि ड्रोन की मदद से जारी कामों की मॉनिटरिंग, पूरे हो चुके काम की जांच, काम का आकलन और शिकायत मिलने पर मामले की जांच की जायेगी. हालाकि, केंद्र सरकार इन ड्रोन के लिए राज्य सरकारों को अतिरिक्त फंड नहीं देगी बल्कि राज्यों को मनरेगा के लिए दी जाने वाली राशि में से आकस्मिक चार्च के लिए होने वाले आवंटन से ही ड्रोन के लिए राशि तय की जायेगी.
भ्रष्टाचार की शिकायतों पर लगेगा ब्रेक
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने कहा कि मनरेगा में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही है. इनमें मजदूरों के स्थान पर मशीनों का इस्तेमाल किया जाना और बिना काम किए कुछ लोगों को वेतन मिलना शामिल है. ऐसे मामलोें में ड्रोन सबूत जुटाने में मददगार होंगे.
निरीक्षण के लिए ड्रोन का उपयोग करने का प्रस्ताव
मानक संचालन प्रक्रिया एसओपी के अनुसार मनरेगा के तहत कार्यो और संपत्तियों की गुणवत्ता की निगरानी और निरीक्षण के लिए ड्रोन का उपयोग करने का प्रस्ताव किया गया है. काम शुरू होने से पहले ओर खत्म होने के बाद ड्रोन से निगरानी की जायेगी. वहीं, ड्रोन का इस्तेमाल लोकपाल करेगा. इसके लिए प्रत्येक जिले में एक लोकपाल तैनात किया जायेगा, जो स्वत: संज्ञान लेकर शिकायों को दर्ज करके उन्हें 30 दिनों के भीतर निपटायेगा.
उच्च गुणवत्ता वाला हो ड्रोन कैमरा
मंत्रालय ने अपने एसओपी में निर्देश दिया हे कि इस्तेमाल किए जाने वाला ड्रोन उच्च गुणवत्ता वाला होना चाहिए. हाई क्वालिटी कैमरा भी होना चाहिए. आंशिक रूप से तेज हवाओं से बचने का भी सुझाव दिया गया. ड्रोन को कम से कम 30 मिनट तक हवा में रहने में सक्षम होना चाहिए. डेटा विश्लेषरध और रिपोर्टिग के लिए ड्रोन से इकठ्ठा किए गये वीडियो और तस्वीरों को कलेक्ट करने के लिए एक सेंट्रालइज डैशबोर्ड बनाने का भी प्रस्ताव है.
पीएम ने दिया जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ड्रोन के संचालन पर जोर दिया है.पीएम ने कहा कि 15000 महिला स्वयं सहायता समूह को भी ड्रोन संचालन के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा. मनरेगा में इसका पहले प्रशिक्षण लोकपाल को दिया जायेगा.
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