Ranchi : नये साल के साथ ही लोगों को बिजली दर में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है. राज्य विद्युत नियामक आयोग की ओर से इसकी तैयारी कर ली गयी है. संभावना है कि नये साल के साथ ही नयी बिजली दरें घोषित कर दी जायें. हालांकि नयी बिजली दरों में कितनी फीसदी वृद्धि जायेगी इसका फैसला नियामक आयोग करेगा. नयी बिजली दरें घोषित करने के पहले आयोग ने जनसुनवाई की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है. जनसुनवाई राज्य के पांच जिलों में आयोजित की गयी. सभी जगहों में बिजली दरों में वृद्धि के प्रस्ताव का लोगों ने विरोध किया. औद्योगिक संगठनों की ओर से भी जेबीवीएनएल के तकनीकि और रेवेन्यू लॉस पर सवाल उठाये गये हैं. लोगों ने एक स्वर में बिजली बिल का विरोध किया. साथ ही पूर्व में आयोग की ओर से जारी आदेशों को वितरण निगम को लागू करने की मांग भी की गयी. बता दें कि इसके पहले इसी साल जून में नयी बिजली दरें लागू की गयीं. तक आयोग ने जनता का ध्यान रखते हुए पांच फीसदी बिजली बिल में वृद्धि को मंजूरी दी थी. फिलहाल नये साल में साल 2023-24 के प्रस्ताव के अनुसार बिल पर निर्णय लिया जायेगा.
कितनी वृद्धि का है प्रस्ताव
नियामक आयोग के जेबीवीएनएल की ओर से बिजली वृद्धि दर का प्रस्ताव दिया गया है. प्रस्ताव साल 2023-24 के लिए दिया गया है. इसके तहत घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दर में प्रति यूनिट 2.30 रुपये बढ़ाने का प्रस्ताव है. फिक्सड चार्जेस में भी वृद्धि का प्रस्ताव दिया गया है. वर्तमान में घरेलू 6. 30 रुपये प्रति यूनिट है. ऐसे में जेबीवीएनएल के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने से बिल प्रति यूनिट 8.60 रुपये हो जायेगी. प्रस्ताव में अलग अलग सेक्टर के उपभोक्ताओं के लिए दर अलग अलग है. इस प्रस्ताव में फिक्सड चार्जेस को लोड के आधार पर तय करने की मांग की गयी है. ये व्यवस्था पहले बंद कर दी गयी थी. ऐसे में वितरण निगम की ओर से व्यवस्था फिर से लागू करने की मांग की गयी है. ऐसा करने से उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ बढ़ने की संभावना है.
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