Bakara River Bridge Collapse: बिहार के अररिया जिला में फिर से पुल गिरने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि नेपाल में मूसलाधार बारिश होने के बाद सिकटी ब्लॉक से होकर गुजरने वाली बकरा नदी में उफान आ गया और बकरा नदी पर बना पुल बह गया. पुल गिरने के बाद सिकटी विधायक विजय कुमार ने कहा कि निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण पुल ढह गया. उन्होंने प्रशासन से इसकी जांच कराने की मांग की है. अररिया पुल गिरने की घटना के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के ऑफिस की तरफ से बयान जारी किया गया.
नितिन गडकरी के ऑफिस के आधिकारिक एक्स हैंडल की तरफ से ट्वीट किया गया कि बिहार के अररिया में हादसाग्रस्त पुल का निर्माण केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत नहीं हुआ है. बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत इसका काम चल रहा था. गडकरी के ऑफिस की तरफ से यह बयान तब आया जब इसको लेकर कांग्रेस ने तंज कसना शुरू किया. यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने घटना पर कहा था कि बिहार में डबल इंजन की सरकार का पुल नदी में बहा.
बताया जा रहा है कि पुल नेपाल में आई बारिश के कारण नदी में अचानक आए तेज बहाव के कारण बह गया. पुल का काम पूरा होने पर इससे सिकटी और कुर्साकांटा ब्लॉक को जोड़ दिया जाताद्य. सरकार की तरफ से पुल के निर्माण पर करीब 12 करोड़ रुपये खर्च का बजट रखा गया. अभी पुल के दोनों तरफ एप्रोच रोड नहीं बनने के कारण इस पर आवागमन नहीं हो रहा था. वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था. ग्रामीणों का दावा है कि पिछले दो दिन से पुल के स्लैब में दरार देखी जा रही थी.
पुल गिरने की घटना के बाद राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि इस मामले में तत्कालीन सहायक इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही पुल के संवेदक पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया है. चार सदस्यीय जांच टीम सात दिन के अंदर रिपोर्ट पेश करेगी.
आपको बता दें बकरा नदी पर पांच साल पहले भी एक पुल का निर्माण किया गया था. लेकिन पुल का काम पूरा हुआ तो बकरा नदी की धारा बदल गई, उसके बाद नए पुल का निर्माण कराया जा रहा था.
+ There are no comments
Add yours