बेरमो-डीवीसी बोकारो थर्मल में वर्ष 2023 में भी कई प्रोजेक्ट रह गए अधूरे, 630 मेगावाट की बी पावर प्लांट होगा डिस्मेंटल

1 min read

Bermo: बेरमो अनुमंडल के ताप विद्युत नगरी बोकारो थर्मल में विगत् कई वर्षों से अधूरे प्रोजेक्ट को वर्ष 2023 में पूरा कर लिया गया तो कुछ प्रोजेक्ट इस वर्ष भी अधूरे ही रह गये. इसके अलावा कुछ तो इतिहास के गर्त में ही समा गए.  बोकारो थर्मल में 134 करोड़ की लागत से विगत् आठ वर्षों से जारी ओवरब्रिज के निर्माण का कार्य वर्ष 2023  में भी पूरा नहीं हो पाया जिसके कारण पूरे वर्ष डीवीसी के कामगारों एवं लोगों की डयूटी आवाजाही एवं अन्य कार्य के लिए आवागमन को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ा. अधूरे ओवरब्रिज को वर्ष 2024 में पूरा कर लेने की योजना डीवीसी प्रबंधन की है.  इसी प्रकार कॉलोनी में जारी एसटीपी का भी कार्य इस वर्ष अधूरा ही रह गया. डीवीसी पावर प्लांट के लिए वर्ष 2023  एक ओर जहां उपलब्धियों से भरा रहा, तो दूसरी ओर इतिहास के गर्त में समा जाने के कारण भी वर्ष 2023 को याद किया जाएगा.

डीवीसी पावर प्लांट में लगभग 400  करोड़ की लागत से कोयला से सल्फर को अलग करने तथा जिप्सम निर्माण को लेकर एफजीडी यूनिट के निर्माण का कार्य टेक्नो कंपनी के द्वारा सफलतापूर्वक पूरा कर गैस से चलाकर टेस्ट भी कर लिया गया.  नये वर्ष के जनवरी माह में यूनिट के कमिशनिंग करने की योजना को मूर्त रुप दिया जा रहा है.  प्रसाद एंड कंपनी के द्वारा करीब दो करोड़ की लागत से जिस नये एडीएम भवन निर्माण के कार्य को 13  माह में पूरा किया जाना था उसे दस वर्ष में पूरा करने के बाद वर्ष 2023 में कार्य करने के लिए ऑफिस को शिफ्ट कर चालू कर दिया गया.

वर्ष 2023  में ही डीवीसी के 630  मेगावाट वाले बी पावर प्लांट को इतिहास के गर्त में समाने की कार्रवाई को लेकर डिस्मेल्टिंग करने की निविदा हैदराबाद की राधा स्मेलटर्स कंपनी को 292 करोड़ में दिया गया. कंपनी के द्वारा पावर प्लांट को डिस्मेल्टिंग करने का कार्य जारी है. वर्ष 2023 में डीवीसी प्रबंधन के द्वारा कोनार नदी में छाई प्रवाहित करने को लेकर दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष सरयू राय के द्वारा लिखित शिकायत पर दो दिनों तक 500  मेगावाट के ए पावर प्लांट को बंद का सामना करना पड़ा.

नदी में छाई बहाव की कार्रवाई को लेकर डीवीसी मुख्यालय कोलकाता प्रबंधन ने बोकारो थर्मल पावर प्लांट के दो डिप्टी चीफ इंजीनियर को निलंबित कर दिया और उनका निलंबन वर्ष की समाप्ति पर भी जारी है. 500 मेगावाट के ए पावर प्लांट गेट पर पूरे वर्ष आंदोलन का दौर जारी रहा. बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह के नेतृत्व में पावर प्लांट के गेट को तीन दिनों तक तो गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के नेतृत्व में आठ घंटे तक गेट जाम का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा डीवीसी के ऐश पौंड को भी ट्रांसपोर्टिंग बंदी का सामना पूरे वर्ष विभिन्न कारणों से झेलना पड़ा.  डीवीसी प्रबंधन के लिए वर्ष 2023 में भी ऐश पौंड से छाई उठाव एवं फेंकने को लेकर विगत कई वर्षों से जारी समस्या इस वर्ष भी जारी रही.

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours