New Delhi: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने कहा कि ये 75वां गणतंत्र दिवस अपने आप में मील का पत्थर है. संविधान की यात्रा के इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर राष्ट्रपति के भाषण का ऐतिहासिक महत्व भी रहता है.
उन्होंने अपने भाषण में भारत के आत्मविश्वास और भारत के उज्जवल भविष्य के प्रति विश्वास व्यक्त किया भारत के सामर्थ्य को बहुत कम शब्दों में और बहुत शानदार तरीके से व्यक्त किया है. विकसित भारत का संकल्प देने के लिए मैं हृदय से उनका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे पिछले वर्ष का प्रसंग बराबर याद है. उस सदन में बैठते थे. देश के पीएम की आवाज का गला घोंटने का भरपूर प्रयास किया गया. हम बहुत धैर्य और नम्रता के साथ आपके एक-एक शब्द को सुनते रहे. आपने पूरे पौने 2 घंटे तक क्या जुर्म किया था, इसके बावजूद मैंने अपने शब्दों की मर्यादा नहीं तोड़ी. वही आज आप ना सुनने की तैयारी के साथ आए हैं, लेकिन मेरी आवाज को आप दबा नहीं पाएंगे, मैं पूरी तैयारी के साथ आया हूं.
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मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल से आपको जो चैलेंज आया है… कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी…. मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं. वैसे मेरा विश्वास पक्का हो गया है कि इस पार्टी की सोच आउटडेटेड हो गई है, इसलिए उन्होंने अपना कामकाज भी आउटसोर्स कर दिया है. हमारे प्रति आपकी संवेदनाएं हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था, रातों-रात चुनी हुई सरकार बर्खास्त कर दी गई, लोकतंत्र की मर्यादा को जेल के पीछे बंद कर दिया था, अखबारों पर ताले लगाने की कोशिश की थी, देश को जात-पात और भाषा के नाम पर देश को तोड़ने की कोशिश की थी, इतना कम नहीं था कि अब उत्तर और दक्षिम को तोड़ने के लिए बयान दे रहे हैं.
जिन्होंने नक्सलवाद को चुनौती बनाकर छोड़ दिया. देश की बहुत बड़ी जमीन को दुश्मनों के हवाले कर दिया. देश की सेना का आधुनिकीकरण होने से रोका, वे हमें राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा को लेकर भाषण दे रहे हैं.
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