Ranchi: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने रांची विवि में शैक्षणिक – समस्याओं, आउटसोर्सिंग कंपनी को हटाने, परीक्षा शुल्क 50 प्रतिशत बढ़ाने, अंक पत्रों में त्रुटि सहित अन्य मुद्दों पर आठ से 18 जनवरी तक आंदोलन करने का निर्णय लिया है. परिषद के नेता सह प्रवक्ता दुर्गेश यादव ने कहा कि अभाविप ने विवि में आउटसोर्सिंग कंपनी से काम लेने का शुरू से ही विरोध किया है. विवि में आये दिन विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा एवं परिणाम को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ता है. गड़बड़ी के बावजूद उस निजी कंपनी को संरक्षण दिया जा रहा है.छात्रसंघ के नेताओं ने कुलपति से आउटसोर्स कंपनी को हटाने तथा विद्यार्थियों की समस्याएं दूर करने की मांग की है.
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मीडिया संयोजक दुर्गेश यादव ने आरोप लगाया कि रांची विश्वविद्यालय को यहां के कुलपति प्रो. अजीत कुमार सिन्हा आईआईटी रुड़की जैसे शिक्षण संस्थानों की तर्ज पर चलाना चाहते हैं. रांची विवि के पास सभी प्रकार के भवन, कर्मचारी एवम सुविधाएं रहने के बावजूद भी आखिर क्यों कुलपति विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यो को बाहरी स्रोंतों के हाथों में सौंपकर विश्वविद्यालय के विधि व्यवस्था को चौपट करने का कार्य कर रहे हैं. कुलपति अविलंब छात्र हित में जल्द फैसला लें अन्यथा छात्र परिषद आंदोलन करने को बाध्य होगी.
वहीं प्रदेश सहमंत्री दिशा ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय पूर्णतः भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. यहां छात्र-छात्राओं को आये दिन प्रवेश परीक्षा एवं रिजल्ट को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. परीक्षा संबंधी कार्यों का आउटसोर्सिंग करना एवं भारी गड़बड़ी के बावजूद भी उस निजी कंपनी को संरक्षण देना यह बताता है कि दाल में कुछ काला है. आए दिन अंक-पत्र में त्रुटि, परीक्षा शुल्क में 50 प्रतिशत तक वृद्धि ,सत्र का अनियमित होना इस बात का सूचक है. रांची महानगर जिला संयोजक अमर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी शैक्षणिक व्यवस्था के सुधार के लिए नहीं बल्कि अपने व्यक्तिगत एजेंडे के साथ काम कर रहे हैं.
रांची महानगर मंत्री ऋतुराज शाहदेव ने कहा कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी सारे नियम व शर्तों को ताक पर रखकर कार्यों को कर रहे हैं. पिछले कुछ समय में ऐसी नियुक्तियां हुई है जिसका कोई आधार नहीं है, सभी सेवानिवृत्त तथा वैसे लोग हैं जो उस विषय के जानकार भी नहीं हैं. इसके अलावा आउटसोर्सिंग के माध्यम से ग्रामीण एवं गरीब छात्रों का आर्थिक दोहन भी किया जा रहा है. अगर कुलपति तत्काल इस कम्पनी को नहीं हटाते हैं तो विद्यार्थी परिषद सभी परिसरों में चरणबद्ध आंदोलन करेगी. इस प्रकार के भ्रष्ट कुलपति को राजभवन तत्काल पदमुक्त करे
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