Ranchi : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा 28 जनवरी को राज्यभर के अलग-अलग सेंटरों पर ली गयी परीक्षा और पेपर लीक मामले पर सोमवार को भाजपा और आजसू पार्टी ने हमला बोला. सांसद सीपी चौधरी ने इस प्रकरण को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया. आजसू पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष सह गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित तौर पर हुए पेपर लीक ने एक बार फिर हेमंत सरकार के काम करने के तरीके और युवाओं के प्रति उनकी संवेदनशीलता की कलई खोल कर रख दी है. नौकरी का झूठा वादा कर सत्ता में आनेवाली इस सरकार ने सबसे अधिक राज्य के युवाओं को छला है. आज इनकी गलत नीतियों के चलते छात्रों का भविष्य अधर में लटका है. इनका काम सिर्फ परीक्षा फॉर्म निकाल कर छात्रों को कुछ और दिनों के लिए अंधेरे में रखने का है. इनके पास कदाचारमुक्त परीक्षा कराने और उस परीक्षा का ससमय परिणाम जारी करने का कोई भी रोडमैप ही नहीं है. युवाओं की भावनाओं, समय और भविष्य से खिलवाड़ करने वाली हेमंत सरकार को आने वाले समय में इसकी भारी कीमत चुकानी होगी.
उन्होंने कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं. सरकार कहती है कि कदाचार और पर्चा लीक रोकने के कानून बनाया गया है लेकिन उस कानून का भय कहीं नहीं दिखता है. इस खेल में सरकार का भी संरक्षण है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता. इसलिए इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. अब माफी का समय तो नहीं है फिर भी मुख्यमंत्री को अपनी गलती स्वीकार करते हुए राज्य के सभी युवाओं से माफी मांगनी चाहिए.
भाजपा ने फूंका पुतला
जेएसएससी सीजीएल परिक्षा के पेपर लीक के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा रांची महानगर अध्यक्ष रोमित नारायण सिंह के नेतृत्व में हरमू चौक पर हेमन्त सोरेन के विरोध में नारेबाजी की गयी. सरकार का पुतला भी जलाया गया. मौके पर महानगर अध्यक्ष केके गुप्ता ने कहा कि राज्य की निकम्मी सरकार सिर्फ राज्य को लूटने खसोटने में व्यस्त है. इसे राज्य की जनता से कोई लेना देना नहीं है. जेएसएससी सीजीएल की परिक्षा पेपर लीक कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया है. हेमंत सोरेन सिर्फ प्रवर्तन निदेशालय से बच कर भागने में लगे हैं. उनको अच्छे से पता है कि उन्होंने गलत किया है और कानून अपना काम जरूर करेगा. अगर मुख्यमंत्री ने कुछ गलत नहीं किया है तो उनको डरने की क्या जरूरत है. रोमित नारायण सिंह ने इस मौके पर कहा कि हेमन्त सोरेन और ठगबंधन की निक्कमी सरकार को राज्य के युवाओं से और उनके भविष्य से कोई लेना देना नहीं है. आज बेरोजगारी के मामले में झारखंड सबसे आगे बढ़ गया है. यहां की सरकार ने युवाओं को 5 लाख रोजगार देने का झूठा वादा किया. इसने युवाओं को रोजगार नहीं तो 5000 और 7000 बेरोजगारी भत्ता देने का झूठा वादा कर ठगा. इस सरकार ने विधानसभा के अंदर बताया कि इसने अपने 4 साल के कार्यकाल में 6678 रोजगार दिए. ये समझने की जरूरत है कि हेमन्त सोरेन की सरकार को युवाओं के जीवन और भविष्य से कोई लेना देना नहीं है. पिछली बार इस सरकार ने सीजीएल की परिक्षा करवाने में असमर्थता जताई और परीक्षाओं को रद्द किया. एक नया डेट जनवरी के लिए जारी किया और फिर उस परीक्षा का पेपर लीक हो गया.
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