Palamu : डालटनगंज के पुलिस स्टेडियम में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में शुक्रवार को बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा छतरपुर की भाजपा विधायक पुष्पा देवी को लेकर दिया गया ‘चुपके चुपके बंद कमरे में मिलने’ के बयान पर मामला गर्म हो गया है. भारतीय जनता पार्टी ने इसे महिला अपमान बताते हुए मुख्यमंत्री के खिलाफ जम कर हमला बोला.
शनिवार को बीजेपी के जिला कार्यालय में संयुक्त रूप से बीजेपी के जिलाध्यक्ष विजयानंद पाठक एवं छतरपुर की विधायक पुष्पा देवी ने प्रेस को संबोधित किया. विधायक पुष्पा ने कहा कि सीएम का बयान अमर्यादित के साथ साथ अपमान करनेवाला है. जिम्मेवार और प्रतिष्ठित पद पर बैठकर इस तरह का बयान देना महिला अपमान को दर्शाता है. छतरपुर विधानसभा क्षेत्र की समस्या को लेकर उनसे दिन के उजाले में सर्किट हाउस में मिली थी. मांग पत्र सौंपा था. अगर एक विधायक स्थानीय समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने न मिले तो फिर किससे मिलेगा?
विधायक ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री को लगता है कि उन्हें विपक्ष के किसी विधायक का कार्य नहीं करना है या फिर नहीं मिलना है और सिर्फ अपमान करना है तो उन्हें लिखित दे देना चाहिए. कोई विपक्षी विधायक उनसे मिलने की कोशिश नहीं करेगा. लेकिन अगर सार्वजनिक मंच पर अशोभनीय टिप्पणी करेंगे तो यह बेहतर नहीं होगा. ऐसी बयानबाजी अनपढ़ करते हैं. आप पढ़े लिखे हैं और सीएम के पद को सुशोभित कर रहे हैं.
विधायक पुष्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री रोजगार देने की बड़ी बड़ी बातें करते हैं, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और है. विधायक ने कहा कि उनके क्षेत्र के 500 पारा शिक्षकों को नौकरी से हटा दिया गया है. नौकरी के नाम पर रोजगार मेला में दूसरे प्रदेशों का नियुक्ति पत्र सौंपते हैं. 10 से 12 हजार की नौकरी के लिए पलामू की बेटियां दूसरे राज्यों में असुरक्षित भेज दी जाती हैं. झारखंड में रोजगार देने में मुख्यमंत्री अबतक फेल हैं.
विधायक ने कहा कि योजनाओं को लेकर भी मुख्यमंत्री लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं. पीएम आवास बनाने के लिए बालू नहीं मिल रहा है. मुख्यमंत्री को पहले बालू का प्रबंध करना चाहिए था, लेकिन वे अबुआ आवास योजना लेकर आ गये. पीएम आवास पहले से बालू के आभाव में पेंडिंग है, अबुआ आवास कैसे बनेगा?
कटाक्ष करके डेमोरलाइज करने की नीति बर्दाश्त नहीं: बीजेपी जिलाध्यक्ष
छतरपुर विधायक पर कटाक्ष करने के मामले पर बीजेपी के जिलाध्यक्ष विजयानंद पाठक ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में मंच से कटाक्ष करके छतरपुर की महिला विधायक को डेमोरलाइज करने की नीति बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महिलाओं का सम्मान करना भूल गये हैं. पिछले दिनों लोहरदगा जिले में भी महिलाओं को लेकर अपमानजनक बातें कही थीं. मेदिनीनगर के कार्यक्रम में भी छतरपुर विधायक को लेकर दिया गया बयान महिला सम्मान के विरोध में है. एक जनप्रतिनिधि होने के नाते विधायक पुष्पा देवी सक्रियता दिखाते हुए मुख्यमंत्री से मांगों को लेकर सर्किट हाउस में मिलने गयी थी, लेकिन इस मामले को मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में रखकर विधायक का मजाक उड़ाया.
कार्यक्रम के दिन धौंस जमा कर कई स्कूल बसों को इस्तेमाल में लाया गया, नतीजा स्कूलों में ताले लटके रहे. राजा को बेहतर व्यक्तित्व का परिचय देना चाहिए. गरिमा को बनाये रखने चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार बीजेपी विधायकों को अपमानित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2019 में बेहतर कार्य करने के बाद भी बीजेपी की सरकार चली गयी. महागठबंधन का हाल जनता क्या करेगी? यह सोचकर दुख होता है. मुख्यमंत्री को अपने बयान पर विधायक पुष्पा देवी से माफी मांगनी चाहिए.
पुलिस स्टेडियम के सरकारी कार्यक्रम में बीजेपी विधायक के शामिल नहीं होने के सवाल पर छतरपुर विधायक और बीजेपी जिलाध्यक्ष ने संयुक्त रूप से कहा कि अंतर आत्मा की आवाज सुन कर कई कार्यक्रमों में नहीं जाते हैं. कुछ इसी तरह की स्थिति पुलिस स्टेडियम के सरकारी कार्यक्रम में जाने से पहले उनकी थी. इसी कारण वहां जाना मुनासिब नहीं समझे. उन्होंने कहा कि अगर कार्यक्रम में जाते तो मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों को सम्मान देकर संबोधित करना पड़ता. सीएम और मंत्री ने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे उन्हें सम्मान दिया जाये.
मौके पर बीजेपी नेता एवं पूर्व सांसद मनोज कुमार, उदय शुक्ला समेत कई पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे.
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