New Delhi: भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक में वर्षों से फरार चल रहा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी आखिरकार कानून के शिकंजे में आ गया है. करीब 2 अरब डॉलर की धोखाधड़ी के आरोपी चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है. सीबीआई सूत्रों के अनुसार, यह गिरफ्तारी भारत की एजेंसियों की कड़ी निगरानी और लगातार संपर्क के चलते संभव हो पाई है.
चोकसी, जो पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में मुख्य आरोपी और नीरव मोदी का मामा है, 2018 में भारत से फरार हो गया था. उसके बाद से वो एक देश से दूसरे देश में शरण लेता रहा—कभी एंटीगुआ तो कभी यूरोप. लेकिन अब बेल्जियम में उसकी गिरफ्तारी को भारत के लिए बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.
सीबीआई के मुताबिक, चोकसी को भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर बेल्जियम की पुलिस ने गिरफ्तार किया. वह 2021 के अंत में एंटीगुआ से गायब हो गया था और तभी से उसकी लोकेशन को ट्रैक किया जा रहा था. दो महीने की कड़ी निगरानी के बाद उसे ट्रेस कर हिरासत में लिया गया. वह इस समय पुलिस की कस्टडी में है और संभावना जताई जा रही है कि वह स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देकर बेल पर रिहाई की कोशिश कर सकता है.
चोकसी के खिलाफ मुंबई की एक अदालत दो ओपन-एंडेड गिरफ्तारी वारंट पहले ही जारी कर चुकी है—पहला 23 मई 2018 और दूसरा 15 जून 2021 को. ये वारंट PNB घोटाले में उनकी संलिप्तता के चलते जारी किए गए थे.