New Delhi: हिमाचल प्रदेश के आयुष व खेल मंत्री यादविंदर गोमा ने कहा कि “हिमाचल सरकार को कोई खतरा नहीं है. उन्होंने कहा, हम सभी 34 विधायक मजबूती के साथ सरकार के साथ खड़े हैं”. उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की चारों सीटों के साथ उपचुनाव में भी कांग्रेस सभी 9 सीटें जीतेगी.
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “सब राज्यों के घटनाक्रम अलग होंगे लेकिन 75 सालों के इतिहास में हिमाचल में जो घटनाक्रम हुआ वो पहले कभी नहीं हुआ. हिमाचल की जनता बहुत जागरूक है. मैं हिमाचल में जहां भी गया तो मुझे ये लगा कि जनता का मन है और जनता मानती है कि चुनी हुई सरकार को गिराना लोकतंत्र के हित में नहीं है”.
हिमाचल प्रदेश में हालिया राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने वाले तीन निर्दलीय विधायकों ने शुक्रवार को विधानसभा सचिव को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. तीन निर्दलीय विधायकों आशीष शर्मा (हमीरपुर निर्वाचन क्षेत्र), होशियार सिंह (देहरा) और के.एल. ठाकुर (नालागढ़) ने शुक्रवार को शिमला में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से मुलाकात की और उसके बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया था.
दरअसल, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार पिछले महीने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इन नौ विधायकों के समर्थन से राज्य की इकलौती सीट के लिए राज्यसभा चुनाव जीतने के बाद संकट में आ गयी थी. बहरहाल, सुक्खू की सरकार को अभी कोई खतरा नजर नहीं आता है, लेकिन भाजपा उपचुनाव में जीत के साथ उनकी सरकार को गिराने की फिराक में है. उपचुनाव में भाजपा की जीत से सत्तारूढ़ पार्टी के खेमे में विधायकों की संख्या में कमी आ सकती है.
कांग्रेस के छह विधायकों की अयोग्यता के बाद अब 62 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 39 से कम होकर 33 रह गयी है. विधानसभा में मूल रूप से 68 सदस्यीय है. भाजपा के 25 विधायक हैं. बहुमत परीक्षण के दौरान दोनों पक्षों के बराबरी पर रहने की सूरत में ही अध्यक्ष वोट कर सकते हैं और अभी अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के हैं.
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