ईडी ने छापेमारी में जिस खाते को किया था फ्रीज, उससे जुड़े दो दर्जन से अधिक लोगों से करेगी पूछताछ

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Ranchi: ईडी ने बीते 3 जनवरी को साहिबगंज में छापेमारी करने के बाद विभिन्न बैंकों में मौजूद 30 खाते को फ्रीज करवाया था. यानी उस पैसे का प्रयोग फिलहाल कोई नहीं कर सकते हैं. वहीं खाता से जुड़े दो दर्जन से अधिक लोग अब ईडी के रडार पर है. फ्रीज किये गये खातों की जांच के दौरान सामने आए नाम के लोगों से पूछताछ की जाएगी.

अब तक की जांच में इस बात की भी जानकारी मिली है कि किराये पर लिये गये अकाउंट का भी प्रयोग किया गया है. ईडी को सेल कंपनियों के जरिए निवेश करने के भी साक्ष्य मिले है. इन खातो में करोड़ो रुपये का लेनदेन हुआ है. जानकारी के अनुसार करीब दो दर्जन से अधिक लोगो को ईडी ने समन भेजा है. इन लोगो से 17 जनवरी से पूछताछ की जाएगी.

बता दें कि ईडी ने 3 जनवरी को झारखंड के रांची स्थित सीएम के मिडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद, साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव, डीएसपी राजेद्र दुबे सहित अन्य लोगो के राजस्थान, बिहार और बंगाल में एक दर्जन लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन किया गया था. सर्च के दौरान 30 खाते को जांच एजेंसी द्वारा फ्रिज करवा दिया.

इसके अलावे सर्च ऑपरेशन में साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव के कैंप कार्यालय से 7.25 लाख रुपये, नाइन एमएम के 19 कारतूस, प्वाइंट 380 एमएम के दो कारतूस और प्वाइंट 45 के पांच खोखे भी मिले हैं. बड़े पैमाने पर दस्तावेज भी जब्त किए गए.

साहिबगंज में 1250 करोड़ से अधिक का अवैध खनन 

3 जनवरी को छापेमारी के बाद ईडी ने खुलासा किया कि साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध पत्थर खनन हुआ है. अवैध खनन की जांच में ईडी के अधिकारियों के साथ-साथ झारखंड सरकार के प्रशासनिक, वन विभाग, खनन विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी शामिल हुए थे.

साहिबगंज में संयुक्त रूप से किए गए निरीक्षण में बड़े पैमाने पर 23.26 करोड़ क्यूबिक फीट से अधिक के अवैध पत्थर खनन की पुष्टि हुई थी. इसका अनुमानित बाजार मूल्य 1250 करोड़ रुपये आंका गया है. इस अवैध खनन का मास्टरमाइंड पंकज मिश्रा को बताया गया है. ईडी ने पंकज मिश्रा को अवैध खनन मामले में 19 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था.

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