ड्रग्स तस्करी मामले में ईडी ने चेन्नई में जफर सादिक के ठिकानों पर की छापेमारी

1 min read

New Delhi: प्रवर्तन निदेशालय ने चेन्नई समेत कई जगहों पर छापेमारी की है. दरअसल, प्रवर्तन निदेशायल द्वारा ये छापेमारी ड्रग्स माफिया जफर सादिक और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर की गई है. बता दें कि जफर पेशे से तमिल फिल्मों के प्रोड्यूसर हैं. उन्हें 2000 करोड़ की ड्रग्स की बरामदगी के बाद एनसीबी ने गिरफ्तार कर लिया था. जानकारी के मुताबिक डीएमके पार्टी से भी जफर जुड़े हुए थे लेकिन बाद में उन्हें निकाल दिया गया था. इसी सिंडीकेट मामले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है.

बता दें कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मिलकर एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के मास्टरमाइंड को 9 मार्च को गिरफ्तार किया था. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और दिल्ली पुलिस ने आरोपी तमिल फिल्मों के प्रोड्यूसर को जयपुर से गिरफ्तार किया था. सूत्रों के मुताबिक वो डीएमके पार्टी से जुड़ा था और उसने ड्रग्स का पैसा फिल्मों, होटल के साथ-साथ पार्टी को भी दिया था.

जफर सादिक अब्दुल इकबाल, तमिल फिल्मों के जाने-माने प्रोड्यूसर हैं और वह डीएमके पार्टी की एनआरआई विंग के नेता भी थे. एनसीबी और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मिलकर उन्हें जयपुर से गिरफ्तार किया था. एनसीबी के मुताबिक जफर एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का मास्टरमाइंड है. एनसीबी ने 15 फरवरी को दिल्ली से इस सिंडिकेट से जुड़े 3 लोगों को गिरफ्तार किया था और 50 किलो पार्टी ड्रग्स बरामद की थी.

एनसीबी के मुताबिक जफर मलेशिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में 4000 करोड़ का पार्टी ड्रग्स सप्लाई कर चुके हैं. ड्रग्स के पैसे को वो फिल्म बनाने और होटल लेने और कंस्ट्रक्शन आदि में इस्तेमाल कर रहे थे. जफर द्वारा प्रोड्यूस की गई तमिल फिल्म मगई हाल ही में रिलीज होने वाली थी. सूत्रों के मुताबिक जफर ने 7 लाख रुपया डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन को भी दिया है. इनमें से 5 लाख रिलीफ फंड और 2 लाख पार्टी फंड में दिया गया था.

 

 

 

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours