Ranchi : चैंबर ऑफ कॉमर्स में गुरुवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला के जरिये लघु उद्योग से जुड़ी महिलाओं को एमएसएमई की योजनाओं के तहत लाभान्वित करने की जानकारी दी गयी. आयोजन चैंबर ऑफ कॉमर्स की ट्राइबल वूमन एंटरप्रिन्योर उप समिति की ओर से किया गया. कार्यशाला के दौरान उपस्थित महिलाओं को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की जेड सर्टिफिकेशन (जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट) की योजना और इसके लाभ से अवगत कराते हुए सर्टिफिकेशन लेने की सारी प्रक्रिया से अवगत कराया गया. कोषाध्यक्ष ज्योति कुमारी और उप समिति चेयपर्सन माला कुजूर ने संयुक्त रूप से कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की अधिकांश महिलाएं सिलाई, कढ़ाई, अचार-पापड़ बनाने के कार्य में ही संलग्न हैं. एमएसएमई मंत्रालय की ऐसी कई आकर्षक योजनाएं हैं जिसका लाभ लेकर ऐसी महिलाएं उद्यमिता की ओर अग्रसर हो सकती हैं. एग्रीकल्चर क्षेत्र में भी कई उपकरणों की जरूरत होती है जिसकी खरीदी पर कोई सब्सिडी नहीं मिलती है. लेकिन जेडईडी सर्टिफिकेशन लेने से सब्सिडी का लाभ मिलेगा. जेड सर्टिफिकेशन लेने से लोन में, ट्रेन और एयर से माल ढुलाई में, इलेक्ट्रिसिटी बिल में तथा उपकरण की खरीदी पर सब्सिडी का प्रावधान है. महिलाओं के उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जेड सर्टिफिकेशन काफी उपयुक्त है.
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने गृह उद्योग, कुटीर उद्योग से जुड़ी महिलाओं को जेड सर्टिफिकेशन लेने के लिए प्रेरित किया और कहा कि इस योजना का अधिकाधिक प्रचार प्रसार किया जायेगा. महिलाओं के द्वारा निर्मित उत्पाद को बेहतर मार्केट उपलब्ध कराने में भी उन्होंने हरसंभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया. यह भी कहा कि बाजार में कम मूल्य पर बेहतर तकनीक की मशीनें उपलब्ध हैं, उन्हें लेकर महिलाएं कई तरह के उत्पादों का निर्माण कर सकती हैं. सीडबी की भी कई योजनाएं हैं जिसका लाभ महिलाओं को लेना चाहिए. इस दौरान कार्यशाला में लीडटेक मैनेजमेंट दिल्ली के अहमद शाहनवाज, इरशाद रजा, चैंबर उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, महासचिव परेश गट्टानी समेत अन्य मौजूद रहे.
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