Ranchi : कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों से इनकम टैक्स की छापेमारी में भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया है. प्रदेश भाजपा ने इसे लेकर उन पर हमला बोला है. पार्टी ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अनुमानित करीब 200 करोड़ से अधिक की नकदी सांसद के ठिकानों से जब्त होने की सूचना मिली है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इस पर कहा है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार का पर्याय है. कांग्रेस भ्रष्टाचार की पोषक है. सांसद और कांग्रेस नेता के घर पर नोटों से भरी एक अलमारी को देख कर ऐसा लग रहा है कि यह किसी बैंक की तिजोरी है. इस स्थिति से यह आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है कि कांग्रेस केवल लूट और भ्रष्टाचार की गारंटी दे सकती है.
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. भ्रष्टाचार कांग्रेस के डीएनए में हैं, जहां कांग्रेस सरकारों ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान को भ्रष्टाचार का एटीएम बनाया. अब झारखंड राज्य भी कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं के लिए एटीएम मशीन बन गया है.
उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक और दुखद है कि जनता के मुद्दों पर मौन धारण कर कांग्रेसी नेतागण जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर अपनी तिजोरी भरने में लगे हुए हैं. कांग्रेस नेताओं ने झारखंड सहित पड़ोसी राज्यों में पिछले चार वर्षों में गरीब जनता का जम कर आर्थिक शोषण किया है. इनकम टैक्स की छापेमारी में कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है.
कुणाल षाड़ंगी ने सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी अधिक मात्रा में जब्त की गयी नकद राशि कहां से आयी, इसका जवाब कांग्रेस पार्टी को देना होगा. क्या ये पैसे चुनावों में उपयोग करने के लिए रखे गये थे? कांग्रेस ने हाल के चुनावों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और इनकम टैक्स की कार्रवाई का राजनीतिकरण करने की कोशिश की. उनके नेताओं ने चुनावी मंचों पर बड़े आत्मविश्वास के साथ जनता को दिगभ्रमित करने का हरसंभव प्रयास किया, परंतु प्रबुद्ध जनता ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया. झारखंड में भी भ्रष्टाचार के तमाम रिकॉर्ड टूट गये हैं. आनेवाले दिनों में झारखंड में भी कांग्रेस व इनके सहयोगी दलों को जनता माकूल जवाब देगी.
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध अकूत धन जमा करने की जांच ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) करे. सांसद की गिरफ्तारी भी होनी चाहिए. जिस प्रकार कांग्रेस और उसके द्वारा समर्थित राज्य सरकारों ने जनता की गाढ़ी कमाई व खनिज संपदा को लूटा है, ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग लगाये हैं, स्पष्ट है कि ये काला धन भी अवैध खनन, शराब, जमीन घोटाले से जुड़ा होगा.
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