सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया

New Delhi : इंफोसिस की को फाउंडर सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने पर सुधा मूर्ति ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि वे फिलहाल भारत में नहीं हैं. लेकिन यह उनके लिए महिला दिवस का एक बड़ा उपहार है. देश के लिए काम करना एक नई जिम्मेदारी है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है.

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा- मुझे खुशी है कि भारत के राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है. राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी ‘नारी शक्ति’ का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है. उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं.’

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है.

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा,’मुझे खुशी है कि भारत के राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है. राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी ‘नारी शक्ति’ का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है. उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं.’

बता दें कि सुधा मूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष भी हैं. सुधा मूर्ति लगातार महिलाओं और बच्चों के लिए काम करती रही हैं. उन्होंने कई प्रेरणादायक किताबें लिखी हैं. दरअसल, सुधा मूर्ति ने ही 1981 में इंफोसिस की शुरुआत के दौरान पति एन आर नायारणमूर्ति को दिए गए 10,000 रुपये के उधार दिए थे. सुधा टीवी शो में बता चुकी हैं कि वे लोग उस समय किराए के मकान में रहते थे और पैसों की तंगी थी.

बता दें कि सुधा और नारायण मूर्ति के दो बच्चे हैं. उनकी बेटी अक्षता मूर्ति ब्रिटेन के वर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं. अक्षता की पहचान ब्रिटेन में रहने वालीं भारतीय फेशन डिजाइनर के रूप में भी है. वहीं, उनके बेटे रोहन मूर्ति अमेरिका बेस्ड सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फर्म सोरोको (Soroco) के फाउंडर हैं, जो डाटा को ऐसी मीनिंगफुल जानकारी में बदलने में मदद करती है. इसके अलावा रोहन मूर्ति द्वारा भारत में मूर्ति क्लासिकल लाइब्रेरी की भी स्थापना की गई है, जो अमेरिकी संस्कृत विद्वान शेल्डन पोलक की अध्यक्षता वाली क्ले संस्कृत लाइब्रेरी परियोजना का हिस्सा है. उनकी पत्नी अपर्णा कृष्णन की बात करें तो वे रिटायर्ड नेवी ऑफिसर केआर कृष्णन और पूर्व बैंकर सावित्री कृष्णन की बेटी हैं.

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