Chakradharpur : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारी सुरंग में फंसे महादेव नायक 20 दिन बाद अपने घर लौटे. उनके सकुशल लौटने पर चक्रधरपुर के चेलाबेड़ा में जम कर खुशियां मनायी गईं. उसके स्वागत में पूरे गांव में जश्न का माहौल रहा. रांची से निकलने के बाद बंदगांव से लेकर चक्रधरपुर तक महादेव नायक का जगह-जगह स्वागत किया गया. महादेव ने लौटते ही अपने माता-पिता के पैर छुए और आशीर्वाद लिया. वहीं माता-पिता ने मिठाई खिला कर और माला पहना कर अपने बेटे का स्वागत किया.
केंद्र सरकार और रेस्क्यू टीम के अथक प्रयास से मिला नया जीवन मिला: महादेव
महादेव नायक ने सुरंग के अन्दर बिताये पलों को याद किया और कहा कि उत्तराखंड की सरकार, केंद्र सरकार और रेस्क्यू टीम के अथक प्रयास से उन्हें नया जीवन मिला है. जब सुरंग धंसी तो उन्हें बचने की उम्मीद कम लग रही थी लेकिन जब सरकार ने पाइप से बात कर उनकी हिम्मत बढ़ायी और कहा कि वे उनको बाहर निकाल लेंगे. तब जाकर महादेव और 41 मजदूरों में इस विषम परिस्थिति को पार करने हौसला बंधा. महादेव को आर्थिक सहयोग के नाम पर उत्तराखंड की सरकार ने एक लाख रुपये और कंस्ट्रक्शन कंपनी ने दो लाख रुपये की मदद दी है. महादेव नायक ने कहा कि उन्हें मजबूरन दूसरे राज्य में जाकर जान जोखिम में डाल कर काम करना पड़ता है. राज्य सरकार अगर उनके लिए रोजगार की व्यवस्था यहां कर दे तो वे राज्य से बाहर रोजगार के लिए नहीं जायेंगे. मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. विजय सिंह गागराई भी पहुंचे और महादेव नायक को माला पहना कर और मिठाई खिला कर स्वागत किया.
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