स्मार्ट मीटर के कारण उपभोक्ताओं को सौ यूनिट फ्री बिजली और सब्सिडी का नहीं मिल रहा लाभ, विद्युत उपभोक्ता मंच के पास पहुंचे हजारों आवेदन

1 min read

Ranchi: झारखंड बिजली वितरण निगम की ओर से राजधानी रांची में पिछले कई महीनों से स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है. स्मार्ट मीटर लगाये जाने के साथ ही उपभोक्ताओं को प्रति माह सौ यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ मिल रहा है या नहीं. इस पर संशय की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि नियमित रूप से बिजली मीटरों की रिडींग नहीं हो रही है. ऐसे में उपभोक्ताओं की ओर से इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया है. उपभोक्ताओं के मुताबिक स्मार्ट मीटर लगने के पहले उन्हें सौ यूनिट फ्री बिजली का लाभ मिलता था. लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद वह इसका लाभ नहीं ले पा रहे है. इस संबंध में रातु रोड, हिंदपीढ़ी, हरमू, अपर बाजार, किशोरगंज, मेन रोड के कुछ उपभोक्ताओं से बात की गयी.

क्या कहना है बिजली उपभोक्ताओं का

हिंदपीढ़ी के मो. कलीम नामक उपभोक्ताओं से बात करने से जानकारी हुई कि पहले एक निश्चित समय में बिलिंग किया जाता था. इसमें कई बार बिलिंग में वक्त लगता था, लेकिन समय पर बिलिंग होती थी. कलीम के मुताबिक कई बार मीटर रीडिंग में सौ यूनिट बिजली खपत होती थी. ऐसे में 2022 जुलाई के बाद से फ्री बिजली मिली. लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिलिंग में त्रुटियां आने लगी. अब स्थिति ये है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद चार महीने बाद बिलिंग हुई. जहां बिल हजारों रूपये आयें. इतना ही नहीं, इसमें 400 यूनिट तक बिजली बिल खपत में मिलने वाली सब्सिडी का लाभ भी नहीं मिल पा रहा. बता दें विद्युत उपभोक्ता मंच को पिछले दिनों मो. कलीम ने इस संबध में आवेदन भी सौंपा था.

रातु रोड निवासी एक अन्य उपभोक्ता से बात करने से जानकारी हुई कि पहले इनके घर में बिजली की खपत दो सौ से तीन सौ यूनिट थी. कई बार सौ यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ भी मिला. लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद से न ही मुफ्त बिजली और न ही सब्सिडी का लाभ मिल पा रहा है. वहीं, विद्युत उपभोक्ता मंच के नदीम खान ने बताया कि मंच की ओर से जनसुनवाई का आयोजन किया गया था. जहां हजारों ऐसे आवेदन प्राप्त हुए. जिसमें स्मार्ट मीटर के बिलिंग व्यवस्था पर अंसतोष व्यक्त किया गया है.

क्या है सरकार का आदेश

राज्य में जुलाई 2022 से सौ यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है. जहां किसी भी घरेलू उपभोक्ता का सौ यूनिट तक बिजली खपत होने पर बिजली मुफ्त दी जायेगी. जबकि 399 यूनिट बिजली खपत पर सब्सिडी दी जाती. जो प्रत्येक यूनिट दोे रूपये तक की सब्सिडी है. ऐसे में उपभोक्ताओं की एक बड़ी रकम की बचत होती. इस साल जून से राज्य में नयी बिजली टैरिफ लागू है. जिनमें इन व्यवस्थाओं को बहाल रखा गया. वहीं, बिलिंग के पांच दिनों के अंदर बिल जमा करने पर पांच फीसदी की छूट भी बिलिंग में जानी है. स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ता इससे वंचित हो रहे है.

क्या है निगम का तर्क

निगम के वरीय अधिकारियों से बात करने से जानकारी मिली कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद भी उपभोक्ताओं को सब्सिडी और सौ यूनिट फ्री बिजली का लाभ मिल रहा है. कुछ स्थानों पर शिकायत मिल रहे है. जिनकी जांच निगम की टीम कर रही है. निगम की मानें तो निगम के सर्व के जरिये बिलिंग होती है. जहां सिस्टम तय है. लोगों को फ्री बिजली और सब्सिडी का लाभ मिल रहा है.

राजधानी में स्मार्ट मीटर लगाने की वर्तमान स्थिति

जेबीवीएनएल की ओर से अब तक डेढ़ लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाये गये है. वहीं राजधानी में कुल साढ़े तीन लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जाना है. जबकि 15000 घरों में स्मार्ट मीटर प्रीपेड मोड पर कार्यरत है. पिछले दिनों निगम की ओर से प्रीपेड मीटर रीचार्ज नहीं कराने पर 1700 उपभोक्ताओं की बिजली काट दी गयी है. बता दें जेबीवीएनएल की ओर से एजेंसी जीनस सेक्योर को स्मार्ट मीटर लगाने की जिम्मेदारी दी गयी है.

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours