एचसी ब्लूमेन्डाल क्लब, नीदरलैंड ने झारखंड 11 को 6-0 से हराया

Khunti: सिनी और नीदरलैंड की बोवेलेंडर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में आयोजित मैत्रीपूर्ण हॉकी मैच में एचसी ब्लूमेन्डाल क्लब, नीदरलैंड ने झारखंड 11 को 6-0 से हरा दिया. इस मैच का मुख्य उद्देश्य ग्रासरूट स्तर पर हॉकी को बढ़ावा देना और युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुभव से परिचित कराना था. मैच देखने काफी संख्या में दर्शक जुटे थे.
मैच का शुभारंभ खूंटी के विधायक राम सूर्या मुंडा ने किया. मौके पर उन्होंने दोनो टीमों के खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर परिचय प्राप्त किया. मैच समाप्ति पर दोनो टीमों के खिलाड़ियों को अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया.
समापन के मौके पर विधायक राम सूर्या मुंडा ने कहा कि झारखंड की टीम के लिए एक बहुत ही अच्छा अनुभव रहा. इस तरह के आयोजन खिलाड़ियों के लिए जरूरी होते हैं. उम्मीद है हमारी टीम अगली बार और अच्छी तैयारी के साथ मैदान में उतरेगी.
बोवेलेंडर फाउंडेशन के सीईओ फ्लोरिस बोवेलेंडर ने कहा कि हमें यहां आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है. ये मैच और यहां का अतिथि सत्कार हमारी टीम को हमेशा याद रहेगा. कार्यक्रम का संचालन सिनी के कार्यक्रम समन्वयक विनीत लकड़ा ने किया.
इस मौके पर अतिथि के रूप में खूंटी हॉकी के अध्यक्ष अशोक भगत, सीसीएल सीएसआर के डिप्टी मैनेजर अमित जॉन बोदरा, बिरसा कॉलेज की प्राचार्या जर्मेन कुल्लू किरो, टीएसएएफ हेड हेमंत गुप्ता और जिला खेल पदाधिकारी राजेश चौधरी उपस्थित रहे. इसके अलावा हॉकी झारखंड के सीईओ रजनीश कुमार, जनरल सेक्रेटरी विजय शंकर सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे. सिनी के हॉकी कार्यक्रम अधिकारी उमेश राणा ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
इस पूरे कार्यक्रम में सिनी झारखंड के टीम लीडर सिरशेंदु पॉल, हेड ऑफ स्पोर्ट्स, टाटा ट्रस्ट्स नीलम बाबरदेसाई, स्पोर्ट्स, टाटा ट्रस्ट्स के प्रोग्राम ऑफिसर प्रेम किशन, बोवेलेंडर फाउंडेशन के सीईओ और ओलंपियन गोल्ड मेडलिस्ट फ्लोरिस बोवेलेंडर अपने फाउंडेशन के सदस्यों के साथ शामिल थे. इस मौके पर स्टेडियम में सिनी के एक अन्य कार्यक्रम के तहत एजुकेशन, वॉश व लाइवलीहुड की जानकारी देने के लिए विशेष स्टाल लगाए गए थे.
आरडीसी के बच्चों के लिए हॉकी क्लीनिक
मैत्रीपुर्ण मैच के बाद, खूंटी, गुमला और सिमडेगा जिलों के युवा हॉकी खिलाड़ियों के लिए एक हॉकी क्लीनिक का आयोजन किया गया. इस सत्र में नीदरलैंड के अनुभवी ट्रेनर्स ने खिलाड़ियों को हॉकी की आधुनिक तकनीकों और रणनीतियों की जानकारी दी, जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को अपने खेल को और निखारने का अवसर मिला. इसमें 300 से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया. यह आयोजन न केवल खेल भावना को प्रोत्साहित करने का जरिया बना, बल्कि झारखंड की युवा प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर की हॉकी से रूबरू कराने का एक बेहतरीन मंच भी साबित हुआ.

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