रामनवमी के बाद भी नहीं थमी हिंसा: नालंदा में 5 को लगी गोली, हावड़ा-आसनसोल में इंटरनेट बंद, जमशेदपुर में भी विवाद

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Ranchi/Patna: रामनवमी पर जुलूस के दौरान देश के कई शहरों में हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं. इसमें बिहार और बंगाल भी शामिल हैं. बिहार के नालंदा जिले के बिहारशरीफ में शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प में पत्थरबाजी और कई राउंड फायरिंग हुई. इसमें पांच लोगों को गोली लगी है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है. घायलों में छोटू कुमार,गोलू कुमार, पीयूष कुमार, करण कुमार और आकाश कुमार शामिल हैं.

उधर, बंगाल में स्थिति को नियंत्रण में करने और कोई अफवाह न फैले इसके लिए शिबपुर समेत हावड़ा के कुछ हिस्सों में शनिवार की सुबह 2 बजे तक और आसनसोल-दुर्गापुर कमिश्नरेट और बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के कुछ हिस्सों में आज दोपहर 2 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.

बिहारशरीफ में धारा-144 लागू

बिहारशरीफ में धारा-144 भी लागू की गई है. बता दें कि शोभायात्रा में बिहार के सासाराम में दो पक्ष आमने-सामने आ गए. इस दौरान हुए विवाद में पत्थरबाजी, वाहनों में तोड़फोड़ और कई झोपड़ीनुमा दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. शहर में गोला बाजार की ओर जाने वाली सड़कें ईंट-पत्थरों से पटी हुई हैं.

स्थिति नियंत्रण में है- पुलिस-प्रशासन

सासाराम की गोला बाजार, कादिरगंज, मुबारकगंज, चौखंडी और नवरत्न बाजार पूरी तरह से बंद हैं. पुलिस-प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति अभी भी बनी हुई है.

पथराव में सदर एसडीओ का घायल

उधर, नगर थाना क्षेत्र के सहजलाल पीर मोहल्ले में दो पक्षों में तनाव के बाद पथराव और बमबारी की घटना सामने आई है. पथराव में सदर एसडीओ मनोज कुमार का बॉडीगार्ड सुशांत कुमार मंडल घायल हो गए. इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बता दें कि ये घटना केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सासाराम दौरे से पहले हुई है. गृह मंत्री एक अप्रैल को पटना और अगले दिन सासाराम पहुंचेंगे.

अखाड़ा समिति नहीं करेंगे शहर बंद

जमशेदपुर में गुरुवार को प्रशासन द्वारा अखाड़ा समिति का ट्रेलर जब्त करने के बाद गुस्साए प्रमुख अखाड़ा समितियों ने जुलूस निकालने से मना कर दिया था. अखाड़ा समितियों का कहना था कि जब तक प्रशासन द्वारा जब्त ट्रेलर को नहीं छोड़ा जाता तब तक वे लोग जुलूस नहीं निकालेंगे. इधर, शुक्रवार की देर शाम सात बजे सांसद विद्युत वरण महतो की अध्यक्षता में अखाड़ा समिति और प्रशासन के बीच बैठक हुई. एक घंटे चली बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि बिना किसी रोकटोक के जुलूस निकाला जाएगा. बैठक के बाद मीडिया से सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि जब्त ट्रेलर को छोड़ा जाएगा और अखाड़ा समिति जुलूस को निकाल सकते हैं. जो अखाड़ा समिति अभी जुलूस निकालना चाहें वे निकालें और जो शनिवार को जुलूस निकालना चाहते हैं वे शनिवार को निकालें. उन्होंने कहा कि अखाड़ा समितियों की शर्तों को जिला प्रशासन ने मान लिया है. फैसले के बाद शनिवार को जमशेदपुर बंद को अखाड़ा समितियों ने वापस ले लिया है. इधर, उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि अखाड़ा समितियों को जिस तरह से जुलूस निकलना है वे निकाल सकते हैं. इसके अलावा उन्होंने कोई भी जवाब देने से इंकार कर दिया.

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