गौतम अदाणी ने खावड़ा-मुंद्रा का दौरा करने वाली महिला राजदूतों और उच्चायुक्तों का जताया आभार

New Delhi: अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने उन सभी 9 महिला राजदूतों और उच्चायुक्तों के प्रतिनिधिमंडल का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 से पहले 7 मार्च को गुजरात के खावड़ा और मुंद्रा में अदाणी ग्रुप की परियोजनाओं का दौरा किया था. जहां उन्होंने भारत की क्लीन एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट की प्रगति को करीब से देखा.

गौतम अदाणी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “हमारे परिवार को भारत में 9 प्रेरक महिला राजदूतों और उच्चायुक्तों की मेजबानी करने का सम्मान मिला. मैं खावड़ा के अदाणी रिन्यूएबल एनर्जी पार्क और मुंद्रा के SEZ में दौरे के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं. महिला राजदूतों की तारीफ और सलाह इन परियोजनाओं को चलाने वाली स्थानीय महिलाओं के लिए वास्तव में प्रेरणाप्रद थी. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर, बाधाओं को तोड़ने और बेहतर भविष्य को आकार देने वालों को सलाम.

बता दें कि नौ देशों की महिला राजदूतों के प्रतिनिधिमंडल ने सबसे पहले गुजरात के कच्छ जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र खावड़ा का दौरा किया, जहां भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी दुनिया का सबसे बड़ा क्लीन एनर्जी प्लांट विकसित कर रही है. ब्रिटेन के पेरिस शहर से पांच गुना बड़े क्षेत्र में फैले इस 30 गीगावॉट के सोलर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट से भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को स्वच्छ, किफायती और विश्वसनीय ऊर्जा के माध्यम से पूरा किया जाएगा.

महिला राजदूतों के प्रतिनिधिमंडल ने देखा कि किस तरह इस परियोजना में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें महिला इंजीनियरों द्वारा संचालित एनर्जी नेटवर्क ऑपरेशंस सेंटर (ईएनओसी) भी शामिल है. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल भारत के सबसे बड़े वाणिज्यिक बंदरगाह, मुंद्रा पोर्ट के दौरे पर पहुंचा, जो देश के कुल समुद्री माल का लगभग 11% और कंटेनर ट्रैफिक का 33% संभालता है. यहां उन्होंने मुंद्रा स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एसईजेड) में स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी) का निरीक्षण किया, जहां वैश्विक कंपनियां एडवांस मैन्युफैक्चरिंग में निवेश कर रही हैं.

प्रतिनिधिमंडल ने अदाणी ग्रुप के अत्याधुनिक सोलर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का भी दौरा किया, जो रिन्यूएबल एनर्जी में आत्मनिर्भरता के लिए भारत के प्रयास में एक प्रमुख परियोजना है. इन जगहों पर राजदूतों ने भारत के इंडस्ट्रियल, इकोनॉमिक और एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन में योगदान देने वाली महिला पेशेवरों और इंजीनियरों से भी मुलाकात की. इससे यह पता चलता है कि देश के विकास में महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ रही है.

ये महिला राजदूत हुईं शामिल

प्रतिनिधिमंडल में भारत में इंडोनेशिया की राजदूत इना कृष्णमूर्ति, भारत में मोल्दोवा की राजदूत आना तबान, भारत में लिथुआनिया की राजदूत डायना मिकेविसिएन, भारत, नेपाल और बांग्लादेश में रोमानिया की राजदूत सना लतीफ,भारत में सेशेल्स गणराज्य की उच्चायुक्त लालाटिताना अकूशे, भारत में लेसोथो की उच्चायुक्त लेबोहांग वैलेंटाइन मोचाबा, भारत में एस्टोनिया की राजदूत मार्जे लूप, भारत में स्लोवेनिया की राजदूत मातेजा वोदेब घोष, भारत में लक्जमबर्ग की राजदूत पैगी फ्रांत्जेन शामिल थीं.

 

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