Palamu: दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए जिले के चौनपुर बाजार निवासी धर्मेंद्र कमलापुरी का पांच दिन बाद भी कोई पता नहीं चल सका है. धर्मेंद्र के शव की तलाश रानीताल डैम में पांचवे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा. पूरे दिन तक शव ढूंढने के बाद एनडीआरएफ की रांची लौट गयी. बता दें कि बुधवार को एनडीआरएफ की 17 सदस्यीय टीम पलामू पहुंचीं थी. तीन दिनों तक सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक डैम के चप्पे चप्पे को खंगाला, लेकिन धर्मेंद्र का पता नहीं चल सका. एनडीआरएफ के गोताखोरों ने पानी में उतर कर भी उसकी तलाश की. चैनपुर के अंचलाधिकारी संजय कुमार बाखला ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम शुक्रवार शाम में रांची के लिए निकल गयी. तीन दिनों तक हर स्तर पर ढूंढा गया, लेकिन शव नहीं मिला.
इधर, धर्मेंद्र के पिता ने बेटे कि हत्या का आरोप लगाते हुए भड़गावा के रहने वाले छोटू डीजे, संतोष राम चंद्रवंशी और चौनपुर के रमेश प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिये चौनपुर थाना में आवेदन दिया है.
पिता शिवनाथ प्रसाद कमलापुरी का कहना है कि 25 दिसंबर को दोस्तों के साथ धर्मेंद्र रानीताल डैम में पिकनिक मनाने गया था. दोपहर 12 बजे पत्नी को फोनकर जल्द ही घर आने की बात कही थी. इसके कुछ देर बाद ही उसके डूबने की जानकारी दी गई.
मालूम हो कि सोमवार को धर्मेंद्र (42) के डूबने की जानकारी दोस्तों ने दी. स्थानीय प्रशासन ने मछुआरों से शव की तलाश कराई, लेकिन शव का पता नहीं चला. उम्मीद था कि अगले दिन मंगलवार को शव फूलने पर खुद ही पानी की सतह पर आ जाएगा. ऐसा नहीं होने पर डीसी शशि रंजन ने एनडीआरएफ की टीम को बुलाया.बुधवार से एनडीआरएफ की टीम धर्मेंद्र की खोज में लगी थी.
पूर्व जिप सदस्य शैलेन्द्र शैलू ने बताया कि तीन दिनों तक एनडीआरएफ की टीम ने शव ढूंढने के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन सफलता नहीं मिली. पूरी टीम आज शाम रांची चली गई है. प्रशासन अन्य स्त्रोत्र से शव को ढूंढने की कोशिश करे. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि डूबने के बाद धर्मेन्द्र का शव लापता होकर पहेली बन गया है, जिसे सुलझाना बेहद जरूरी और प्रशासन के लिए चुनौती है.
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