राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी का शानदार प्रदर्शन, पूर्ण बहुमत से सरकार बनना तय, कांग्रेस को मिली तेलंगाना की कमान

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New Delhi: रविवार को चार राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद बीजेपी ने तमाम एक्जिट पोलों को खारिज करते हुए मध्य प्रदेश समेत तीन राज्यों छत्तीसगढ़ और राजस्थान में निर्णायक जीत की ओर कदम बढ़ा चुकी है. इसके साथ ही राजस्थान में हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन होने का रिवाज कायम रहा है तो वहीं पांच साल के बाद एक बार फिर से छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी ने कांग्रेस से सत्ता छीन ली है. कांग्रेस को केवल तेलंगाना से संतोष करना पड़ सकता है, जहां 119 सीटों में से पार्टी 64 सीटों पर अपनी बढ़त बनाए हुए है, जो सामान्य बहुमत से कुछ ही सीट आगे है.

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को बहुमत

बीजेपी ने अंतिम सूचना मिलने तक तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए बहुमत वाली सरकार बनाने की ओर कदम बढ़ा दिया है. पार्टी राजस्थान के 199 सीटों में से 115 सीट जीत चुकी है तो वहीं मध्य प्रदेश के 230 सीटों में से 166 सीट पार्टी के खाते में है. छत्तीसगढ़ के 90 सीटों में से पार्टी के खाते में इस बार 55 सीट होंगे. कांग्रेस इन राज्यों में कांटे का संघर्ष पेश नहीं कर पाई. पार्टी को अब तक छत्तीसगढ़ में 35, राजस्थान में 68, मध्य प्रदेश में 65 सीट मिलती नजर आ रही है. तेलंगाना में कांग्रेस ने जरूर बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए अब तक 64 सीटों पर जीतते हुए नजर आ रही है.

बीजेपी के हाथों में 12 राज्य तो कांग्रेस के पास बचेंगे 3 स्टेट

राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी जीत की तरफ़ बढ़ती हुई दिखाई दे रही है. जीत पर औपचारिक रूप में मुहर लग जाने के बाद बीजेपी अपने बूते देश के 12 राज्यों में सत्ता की बागडोर संभालेगी. जबकि दूसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के पास राजस्थान और छत्तीसगढ़ की हार के बाद केवल तीन राज्यों की कमान रहेगी. वहीं दिल्ली और पंजाब में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी इस लिहाज से तीसरे नंबर पर कही जा सकती है.

भाजपा इस समय उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, गोवा, असम, त्रिपुरा, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में सत्ता में है. इन 12 राज्यों के अलावा 5 और राज्यों- महाराष्ट्र, मेघालय, नगालैंड, सिक्किम और पुडुचेरी में वो सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है. वहीं कांग्रेस के पास हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना राज्य रहेंगे. इसके अलावा बिहार और झारखंड में कांग्रेस सत्तारूढ़ गठबंधनों में शामिल है. तमिलनाडु में वो द्रमुक की सहयोगी ज़रूर है लेकिन राज्य सरकार का वो हिस्सा नहीं है.

चुनावी जीत पर क्या कहा पीएम नरेंद्र मोदी ने 

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नतीज़ों के ​बीजेपी के पक्ष में आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन तीनों राज्यों के लोगों को धन्यवाद कहा है. सोशल प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा, “जनता-जनार्दन को नमन!” उनके अनुसार, ”मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणाम बता रहे हैं कि भारत की जनता का भरोसा सिर्फ और सिर्फ सुशासन और विकास की राजनीति में है, उनका भरोसा बीजेपी में है.”

पीएम मोदी ने कहा, “भाजपा पर अपना स्नेह, विश्वास और आशीर्वाद बरसाने के लिए मैं इन सभी राज्यों के परिवारजनों का, विशेषकर माताओं-बहनों-बेटियों का, हमारे युवा वोटर का हृदय से धन्यवाद करता हूं. मैं उन्हें भरोसा देता हूं कि आपके कल्याण के लिए हम निरंतर अथक परिश्रम करते रहेंगे.”

उन्होंने कार्यकर्ताओं के बारे में लिखा, “इस अवसर पर पार्टी के सभी परिश्रमी कार्यकर्ताओं का विशेष रूप से आभार! आप सभी ने अद्भभुत मिसाल पेश की है. भाजपा की विकास और गरीब कल्याण की नीतियों को आपने जिस तरह लोगों के बीच पहुंचाया, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, वो कम है.” पीएम मोदी ने लिखा, ”हम विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. हमें ना रुकना है, ना थकना है. हमें भारत को विजयी बनाना है. आज इस दिशा में हमने मिलकर एक सशक्त कदम उठाया है.”

राहुल गांधी बोले, जारी रहेगी विचारधारा की लड़ाई

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पार्टी की हार स्वीकार करते हुए कहा है कि विचारधारा की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर किए एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ”मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का जनादेश हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं- विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी.”

वहीं तेलंगाना में पार्टी को मिलने जा रही पहली जीत पर उन्होंने राज्य के लोगों का धन्यवाद किया है. उन्होंने लिखा, ”तेलंगाना के लोगों को मेरा बहुत धन्यवाद- प्रजालु तेलंगाना बनाने का वादा हम ज़रूर पूरा करेंगे.” राहुल गांधी ने कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत और समर्थन के लिए दिल से शुक्रिया कहा है.

चुनाव जीतने वाले सांसदों को 14 दिनों के भीतर एक सीट छोड़नी होगी: विशेषज्ञ

संविधान विशेषज्ञ और लोकसभा के पूर्व महासचिव पीडीटी अचारी ने नियम क़ानूनों का हवाला देते हुए कहा है कि विधानसभा का चुनाव जीतने वाले सांसदों को अगले 14 दिनों के भीतर अपनी एक सीट छोड़नी होगी नहीं तो उन्हें अपनी संसद सदस्यता गंवानी पड़ सकती है. इन चुनावों में बीजेपी ने 21 सांसदों को टिकट दिया था. इनमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते प्रमुख नाम हैं.

बीजेपी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में सात-सात सांसदों को, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा. इन सांसदों में विधानसभा चुनाव जीतने वाले सांसदों को अगले 14 दिनों के भीतर अपनी एक सीट छोड़नी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि अगर वे ये फ़ैसला नहीं कर पाते हैं तो उनकी संसद सदस्यता समाप्त हो जाएगी. हालांकि पीडीटी अचारी का ये भी कहना है कि जीती गई विधानसभा सीट से उनकी सदस्यता पर इस नियम का कोई असर नहीं पड़ेगा और वे विधायक बने रहेंगे.

पीडीटी अचारी संविधान ने अनुच्छेद 101 के तहत साल 1950 में प्रेजीडेंशियल ऑर्डर (राष्ट्रपति के आदेश) द्वारा जारी किए गए प्रिवेंशन ऑफ़ साइमलटेनियस मेंबरशिप रूल का हवाला देते हुए ये बात कही.

लोकसभा चुनाव में जीतेंगे 400 सीट

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तीन राज्यों में बीजेपी की संभावित जीत को देखते हुए रविवार को दावा किया है कि अगले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी 400 से भी अधिक सीटें जीतेगी. वहीं मध्य प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा, के जवाब में विजयवर्गीय ने कहा है कि बीजेपी का वो कार्यकर्ता जो सुचारू रूप से राज्य को विकास की गति पर ले जाएगा, वही इस पद पर बैठेगा.

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “हम मध्य प्रदेश में 160 से अधिक सीटों से जीतेंगे. मैंने कहा था कि इंदौर की सभी 9 सीटें जीतेंगे और 160 से ज़्यादा सीट हम मध्य प्रदेश में जीतेंगे. मेरा ये बयान ऑन रिकॉर्ड है, सोशल मीडिया में चल रहा है. हमने कहा था कि मालवा में सबसे अधिक सीटें जीतेंगे. वहां हमने रिकॉर्ड तोड़ा है.”

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