वर्षों तक हिन्दू- मुस्लिम, आदिवासी- गैर आदिवासी करने वालों से सवाल पूछे जनता, क्यों नहीं दिए अधिकार: हेमंत सोरेन

1 min read

Ranchi: पोटका, पूर्वी सिंहभूम में आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में गुरुवार को सीएम हेमंत सोरेन ने विपक्षी दलों को निशाने पर लिया. कहा कि विपक्ष का कोई नेता जनता को राहत देने वाले उनके कार्यक्रम में बुलवाने पर भी नहीं आता. ये आपकी मदद तो करते नहीं हैं, दूर से पत्थर मारने का काम जरूर करते हैं.

जब विपक्ष के लोग आपके पास आएं तो पूछें कि इतने वर्षों तक हमें हक-अधिकार क्यूं नहीं दिया. योजनाओं से दूर क्यूँ रखा. यह लोग सिर्फ हिंदू-मुस्लिम, आदिवासी-गैर आदिवासी कर लोगों को बांटने का काम करते हैं. पूर्व की सरकारें गूंगी-बहरी थीं. हम सुनते भी हैं और योजनाओं के साथ आपके घर-घर पहुंचते भी हैं. जो लोग इस राज्य के घोर विरोधी थे, राज्य बनने के बाद वर्षों तक उन्होंने ही राज किया. राज्य को खोखला करने का काम किया. जनता के आशीर्वाद से हमने सरकार बनायी. राज्य की जड़ों को मजबूत करने का काम शुरू किया. मौके पर मुख्यमंत्री ने 348.1 करोड़ रुपए की 452  योजनाओं की सौगात पूर्वी सिंहभूम को दी. इसमें 53.28 करोड़ रुपए की 100 योजनाओं का उद्घाटन और 294.82  करोड़ रुपए की 352 योजनाओं की नींव रखी गई. मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के  2 लाख 26 हज़ार 85 लाभुकों के बीच 204.11  करोड़  रुपए की परिसंपत्ति भी बांटी. इस अवसर पर मंत्री चम्पई सोरेन और सत्यानंद भोक्ता, विधायक रामदास सोरेन, समीर कुमार मोहंती, संजीव सरदार और मंगल कालिंदी, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्ला खान, जिला परिषद अध्यक्षा बारी मुर्मू, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक, जिले के उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक  समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे.

20 लाख नये राशन कार्ड

सीएम ने जनसभा में कहा कि किसी भी व्यक्ति की तीन मुख्य जरूरतें होती हैं – रोटी, कपड़ा और मकान. हमने 20 लाख नए राशनकार्ड धारियों को हरा राशन कार्ड से जोड़ा. अब सरकार चावल के साथ दाल भी लोगों को देगी. साल में दो बार धोती-साड़ी-लुंगी भी दे रहे हैं. झारखण्ड गरीब राज्य है. यहां आवास की अत्यधिक आवश्यकता है. लेकिन केंद्र सरकार ने आवास को लेकर हमारे आग्रह की एक न सुनी. हम अबुआ आवास के तहत लाखों परिवारों को तीन कमरों का सुसज्जित आवास देंगे, जो पीएम आवास से भी बड़ा होगा. सरकार आपके द्वार में आवास के लिए कई आवेदन आ रहे हैं. हमारा लक्ष्य आठ लाख आवास का है मगर जरूरी हुआ तो आवेदनों की जांच करने के पश्चात सभी को अबुआ आवास का अधिकार मिलेगा.

पूर्व की डबल इंजन की सरकार में सामान्य समय में भी लोग भूख से मरते थे. हमने कोरोना जैसे विकट समय में भी जब सब कुछ बंद था, लोगों की संवेदनशीलता के साथ सेवा की. हजारों युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार देने का काम किया गया है. झारखण्ड के हजारों युवाओं को सरकारी नौकरी से भी जोड़ा गया है. अभी हम लोग कई हजार नियुक्तियां देने वाले हैं.

स्वरोजगार से भी हजारों युवाओं को रोजगार सृजन के अंतर्गत सहायता दी गयी है. अब वो महाजनों की नौकरी करने को विवश नहीं हैं बल्कि अपना व्यवसाय कर खुद के मालिक बन रहे हैं. हम अपनी सोच और लक्ष्य के अनुरूप राज्यभर में गांव, पंचायत और वार्ड में शिविर लगाकर लोगों को योजनाओं से जोड़ रहे हैं. मैं खुद भी जिलों में जाकर इस अभियान की समीक्षा कर रहा हूँ.

आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम का यह तीसरा चरण चल रहा है. शिविरों के जरिए राज्यभर में लोगों को योजनाओं का लाभ मिला है. पूरे राज्य में उत्सव सा माहौल है. चुनाव से पहले मैंने वादा किया था कि यह सरकार हेडक्वार्टर से नहीं चलेगी, गांव-गांव जाकर लोगों के बीच जाएगी. सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत पदाधिकारी आज आपके द्वार जा रहे हैं. जबकि पूर्व की सरकार ऐसा कभी नहीं होता था.

इसे भी पढ़ें: 

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours