New Delhi: 31 जनवरी, 2024 को शुरू हुई 17वीं लोकसभा का पंद्रहवां सत्र शनिवार 10 फरवरी को समाप्त हो गया और इसके साथ ही 17वीं लोकसभा भी समाप्त हुई. इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि 17वीं लोकसभा जिसकी पहली बैठक 17 जून, 2019 को हुई थी कई मायनों में ऐतिहासिक रही.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस 17वीं लोकसभा के 543 सदस्यों में से 540 सदस्यों की सदन में चर्चा में भागीदारी रही. महिलाओं का अधिकतम प्रतिनिधित्व रहा है और सदन की कार्यवाही में उनकी सक्रिय भागीदारी रही.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 17वीं लोकसभा में बजट सत्र के अंतिम दिन अपने संबोधन में कहा कि इस लोकसभा में 97 प्रतिशत उत्पादकता रही जिसमें विशेष रूप से महिला सांसदों की भागीदारी रही. उन्होंने कहा कि पिछले पांच सत्रों में अंतिम सत्र में यह सबसे अधिक कार्य उत्पादकता है.
सदन की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और विभिन्न दलों के नेता उपस्थित थे. बिरला ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए गर्व का विषय रहा कि इस सत्र में नारी वंदन विधेयक पारित हुआ…यह महिला सशक्तीकरण में अभूतपूर्व उपलब्धि थी.” उन्होंने कहा कि कई ऐतिहासिक विधेयक इस लोकसभा में पारित किए गए. हमने भारतीय चिंतन को आगे बढ़ाने के लिए कानून पारित किए.
17वीं लोकसभा इसलिए भी विशेष है कि भारत के अमृतकाल में संसद के पुराने भवन और नये भवन दोनों में अपने संसदीय दायित्वों को हमने निभाया. इस लोकसभा में पहली बार शून्यकाल में सरकार ने सकारात्मक उत्तर देकर नई परंपरा शुरू की. बिरला ने भावुक होते हुए कहा कि संसद के सभी सदस्यों से उनका जुड़ाव हो गया है और सभी परिवार की तरह बन गए हैं.
इसे भी पढ़ें-
+ There are no comments
Add yours