Ranchi: रांची जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में चुनावी बॉन्ड योजना के दानदाताओं की सूची सार्वजनिक नहीं करने के खिलाफ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कचहरी परिसर स्थित मुख्य शाखा के समक्ष गुरुवार को महानगर अध्यक्ष कुमार राजा और ग्रामीण जिला अध्यक्ष राकेश किरण महतो के नेतृत्व में विरोध- प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान नेताओ ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में केंद्र सरकार की चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक मानते हुए इस पर रोक लगा दी है. अदालत ने राजनीतिक दलों को इस योजना के तहत प्राप्त दान का खुलासा करने का निर्देश दिया है. साथ ही एसबीआई को चुनावी चंदे की पूरी जानकारी 6 मार्च 2024 से पहले सार्वजनिक करने और चुनाव आयोग को सौंपने का भी निर्देश दिया था. उच्चतम न्यायालय के इस फैसले का देश भर में काले धन के खिलाफ निर्णायक कदम के तौर पर व्यापक स्वागत किया गया. एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक आवेदन दायर किया. जिसमें विवरण साझा करने के लिए 30 जून 2024 तक विस्तार की मांग की गई.
काले धन के श्रोत को छुपाने के लिए बीजेपी कर रही है एसबीआई का इस्तेमाल
चुनावी बांड के दानदाताओं का विवरण साझा करने में देरी संदिग्ध है क्योंकि देश के सबसे बड़े और पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत बैंक को चुनावी बांड के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए पांच महीने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए. इससे यह पता चलता है कि एसबीआई का इस्तेमाल बी.जे.पी. की वित्तीय अनियमितताओं और काले धन के स्रोत को छिपाने के लिए किया जा रहा है. देश की जनता यह जान चुकी है कि किस तरह सरकारी एजेंसियों और संस्थानों पर दबाव डालकर सच्चाई को छुपाया जा रहा है.
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से महानगर कांग्रेस के कमल ठाकुर, प्रिंस भट्ट, जितेंद्र त्रिवेदी अरुण कुमार मिश्रा हैदर अली अख्तर अली, गुलाम रब्बानी दिलावर खान अजय मंडल राहुल वर्मा छोटू सिंह रोहित सिंह डीके सिंह मोहित गौरव सिंह, मिथलेश तिवारी, रमेश चंद्र पांडेय मोहम्मद यूसुफ मोहम्मद दानिश अजय चौधरी शिव शंकर सिंह शिव कश्यप विनीता पाठक सोनी नायक राखी कौर एवं जिला कांग्रेस कमिटी के एनुल हक,शहीद अहमद,सुधा देवी,गुलजार अहमद, रीता चौधरी, जफर इमाम, किशोर नायक, हुसैन अंसारी, लक्ष्मी देवी, सरवर अंसारी रेशमा खातून सहित सैकड़ों नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे.
+ There are no comments
Add yours