Ranchi : प्रदेश कांग्रेस ने खूंटी में 15 नवंबर को पीएम मोदी की उपस्थिति में मंच पर पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी की उपस्थिति पर सवाल उठाया है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में बुधवार को कांग्रेस भवन, रांची में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इसे लेकर आपत्ति जताई गई. सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर प्रधानमंत्री के आगमन का स्वागत किया. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री की गरिमा को ख्याल न रखते हुए पूरे मंच को भगवामय बनाने का काम किया गया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक बाबूलाल मरांडी किस हैसियत से मंच पर विराजमान थे जबकि उन पर दल बदल का मामला विधानसभा के अध्यक्ष के पास लंबित है.
इस दौरान ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, आवास बोर्ड के चेयरमैन संजय लाल पासवान, प्रदेश महासचिव सह कार्यालय प्रभारी अमुल्य नीरज खलखो, महासचिव राकेश सिन्हा भी उपस्थित थे.
मुंह में राम, बगल में छुरी
राजेश ठाकुर ने कहा कि आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है. प्रधानमंत्री को इस तरह महामंडित किया जा रहा है, मानो आज प्रधानमंत्री का जन्मदिन है. वे मुंह में राम बगल में छुरी’’ वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए एक तरफ बिरसा मुंडा को जेल में श्रद्धांजलि देने जाते हैं और दूसरी ओर भगवान बिरसा मुंडा की राह पर चलने वाले जल, जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने वाले राज्य के मुख्यमंत्री को जेल भेज कर सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं.
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पीएम ने कहा कि झारखंड राज्य 25 साल पूरा करने जा रहा है. अतः राज्य सरकार 25 जन उपयोगी योजनाओं का रूपरेखा तैयार करें. प्रधानमंत्री को बतायें कि झारखंड सरकार राज्य के 25 साल पूर्ण होने से पहले ही 25 नहीं बल्कि 38 जन उपयोगी योजनाओं जैसे:- फूलो -झानो आशीर्वाद योजना, नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्ध योजना, शहीद पोटो -हो खेल विकास योजना, दीदी बाडी योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, अबुआ आवास योजना, डिजिटल पंचायत योजना, मुख्यमंत्री ग्राम गाडी योजना आदि का क्रियान्वयन कर रही है. प्रधानमंत्री जहां जाते हैं सिर्फ घोषणा ही करते हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने वर्ष 2017 में भगवान बिरसा मुंडा के जन्मस्थली उलिहातू गांव से शहीद ग्राम विकास योजना की घोषणा की थी जो अब तक सिर्फ घोषणा ही बन कर रह गई. प्रधानमंत्री बगल के राज्यों में हो रहे चुनाव में आदिवासियों को प्रभावित करने के उद्देश्य से बड़ी-बड़ी झूठी घोषणाएं करने झारखंड आये.
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