Uttarkashi: उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फँसे 41 मज़दूरों को निकालने का काम ऑगर ड्रिलिंग मशीन की ख़राबी के बाद एक बार फिर रुक गया है. ड्रिलिंग के लिए मशीन जिस प्लेटफॉर्म पर चढ़ाई गई थी, उसमें कुछ दरारें आ गई थीं. इस वजह से प्लेटफॉर्म हिलने लगा था.इस ख़राबी के बाद ड्रिलिंग के काम को रोक दिया गया था. अब तकनीकी टीम 25 टन के इस प्लेटफॉर्म को फिर स्थिर करने के काम में लगी है. इस ख़राबी को ठीक करने के बाद ही दोबारा ड्रिलिंग शुरू हो सकेगी.
मज़दूरों को निकालने के काम में 14 घंटों की रुकावट के बाद गुरुवार को सुबह दस बजे ड्रिलिंग दोबारा शुरू की गई थी. लेकिन रात को ड्रिलिंग का काम उस समय रुक गया जब मशीन में फिर ख़राबी आ गई. उस वक़्त मज़दूर सिर्फ़ 10 से 13 मीटर की दूरी पर थे.
क्या कहना है एक्सपर्ट्स का
मौक़े पर मौजूद इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस के प्रेजिडेंट अर्नाल्ड डिक्स ने गुरुवार शाम को बताया, “हम कल इस समय तक मज़दूरों के बाहर निकलने की उम्मीद कर रहे थे. इस सुबह और इस दोपहर बाद तक भी यही उम्मीद कर रहे थे. लेकिन ऐसा लगता है कि पहाड़ की कुछ और मर्जी थी. हमें ऑगर मशीन को रोकना पड़ा और मशीन में कुछ रिपेयर किया जा रहा है.” उन्होंने कहा, “शायद हम उस चरण में प्रवेश कर रहे हैं, जहाँ हमें अन्य विकल्पों पर विचार करना पड़े.”
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