Chakradharpur: आदर्श नगरपालिका बंगला मध्य विद्यालय चाईबासा के प्रांगण में शुक्रवार को गीता जयंती का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं ने भगवत गीता पर पुष्पांजलि अर्पित की. प्रधानाध्यापक असीम कुमार सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. बच्चों को संबोधित करते हुए प्रधानाध्यापक ने गीता के उपदेशों को जीवन में आत्मसात करने की सलाह दी.
इसे भी पढ़ें:
मंच का संचालन करते हुए विद्यालय के शिक्षक समीर कुमार सिंह ने बताया कि प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथी को गीता जयंती के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इसी तिथि को कुरूक्षेत्र की युद्धभुमि में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को धर्म और कर्म को समझाते हुए उपदेश दिया था जिसे गीता के नाम से जाना जाता है. उन्होंने कहा कि गीता के उपदेश में जीवन जीने, धर्म का अनुसरण करने और कर्म को समझाया गया है. शिक्षिका अलका किरण ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि गीता में लिखे गए प्रत्येक श्लोक मनुष्य कल्याण के लिए लाभकारी हैं तथा इसी के जरीए भगवान श्रीकृष्ण ने मनुष्य को अच्छे बुरे तथा सही-गलत का फर्क बताया है.
शिक्षिका वंदना प्रधान ने कहा कि गीता ही एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जिसकी हर साल जयंती मनाई जाती है। गीता को श्रीमद्भगवद्गीता भी कहा जाता है. ऐसा कहा जाता है कि गीता के उपदेशों का अनुसरण करने से समस्त समस्याओं एवं शंकाओं का निराकरण होता है. इस अवसर पर वर्ग सप्तम् की छात्रा दिव्या लुगून, मनीषा गोप एवं सावित्री अंगरिया ने मधुराष्टकम् का पाठ कर मन मोह लिया. वर्ग अष्टम् की छात्रा अपराजिता सिंकु, सुशीला देवगम, सुचित्रा पैड़ा एवं लक्ष्मी हेस्सा ने गीता का सस्वर पाठ प्रस्तुत किया जिसकी शिक्षकों ने जमकर सराहना की.कार्यक्रम के अंत में प्रधानाध्यापक असीम कुमार सिंह ने शिक्षिका अलका किरण को गीता की एक प्रति तथा शिक्षिका सुसाना पुरती को पान्चजन्य का बार्षिक कैलेंडर प्रदान कर सम्मानित किया.
+ There are no comments
Add yours