पलामू: दस माह बीते, मॉडल छात्रावास निर्माण में एक ईंट तक नहीं जोड़ी गई, 10 माह पहले सीएम और दो मंत्रियों ने किया था निरीक्षण

1 min read

Palamu: जिला मुख्यालय मेदिनीनगर के बाइपास रोड रेडमा के अनुसूचित जाति बालक कल्याण छात्रावास को मॉडल बनाने के लिए अबतक एक ईंट तक नहीं जोड़ी गयी है. दिन प्रतिदिन छात्रावास की छत सहित अन्य हिस्से और जर्जर होते जा रहे हैं. छत से हर दिन प्लास्टर टूटकर गिरता है, जिससे जान का खतरा बना रहता है.
बता दें कि गत 8 दिसंबर 2022 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने उपरोक्त अनुसूचित जाति बालक कल्याण छात्रावास का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के बाद घोषणा की थी कि मॉडल छात्रावास बनाया जायेगा एवं सभी सुविधाओं से लैश किया जायेगा. 10 महीने बीत चुके हैं, बावजूद किसी तरह का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है. इससे छात्रों में भारी आक्रोश है. छात्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों ने जायजा लिया, स्थिति जानी और आश्वासनों का घूंट पिलाकर चले गए. कोई सुधि लेने नहीं आ रहा है.

8 दिसंबर 2022, छात्रावास का जायजा लेते मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्री

1954-55 ई. में बना है कल्याण छात्रावास

मामले में अनुसूचित जाति-जनजाति छात्र संघर्ष मोर्चा के पलामू जिलाध्यक्ष उदय राम ने कहा कि अनुसूचित जाति बालक कल्याण कॉलेज छात्रावास 100 सीट का है. छात्रावास 1954-55 ई. में बना है. पलामू-गढ़वा, लातेहार के छात्र रहकर पढ़ाई-लिखाई करते हैं. छात्रावास की हालत अत्यंत दयनीय है। छत से पानी टपकता है. कहीं कहीं तो प्लास्टर गिर जाने के कारण रॉड दिखाई देता है. छात्रावास में शौचालय एवं पानी का अभाव है. अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरूण हलधर कुछ माह पहले छात्रावास की मरम्मत कराने का निर्देश उपायुक्त एवं जिला कल्याण पदाधिकारी को दिए थे, लेकिन आज तक छात्रावास की मरम्मत नहीं हो सकी, जिसमें छात्रों में काफी आक्रोश है.
छात्रावासों में अनुसूचित जाति बालक कल्याण कॉलेज 100 सीट, बाबू जगजीवन राम बालक छात्रावास 100 सीट, अनुसूचित जाति बालक छात्रावास 50 सीट, अनुसूचित जाति पी.जी. छात्रावास 50 सीट शामिल है. सभी छात्रावास कल्याण विभाग द्वारा संचालित होता है. सभी छात्रावासों की हालत खराब है. पी.जी. एवं बालक छात्रावास इतना जर्जर है कि छात्र उसमें रहना नहीं चाहते हैं. कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है. छात्र सहमें रहते हैं. उपायुक्त सेे आग्रह किया है कि छात्रावासों की अविलंब मरम्मत कराई जाए.

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours