Palamu: छतरपुर-पाटन की भाजपा विधायक पुष्पा देवी ने कहा कि पुलिस की लापरवाही और एक साजिश के तहत उनके काफिले पर हमला हुआ. हमलावरों की मंशा उनकी और उनके पति मनोज कुमार (पूर्व सांसद) की हत्या करने की थी. चालक की सुझबूझ और अंगरक्षक की सक्रियता से उनकी जान बची.
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विदित हो कि 9 जनवरी मंगलवार की देर शाम पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के उदयगढ़ में एनएच 98 फोरलेन पर गुजरने के दौरान अज्ञात हमलावरों ने विधायक के काफिले पर हमला कर दिया था. जमकर पत्थरबाजी की थी. तीन से चार गाड़ियों को नुकसान पहुंचा था, जबकि विधायक और उनके पति ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचायी थी.
मामले में परिसदन में बुंधवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए पूर्व सांसद और छतरपुर की विधायक ने कहा कि हमलावरों की संख्या 15 से 20 की रही होगी. हमले के दौरान तेज आवाज हो रही थी. फायरिंग भी करने की संभावना है. सारे लोग पेड़-पौधों की आड़ में छुपे हुए थे. विधायक ने कहा कि उनकी सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार का कोई ध्यान नहीं है. पिछले चार वर्ष से एके 47 वाला अंगरक्षक की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन मुहैया नहीं कराया गया. दो बॉडीगार्ड एवं चार हाउस गार्ड के सहारे उनकी सुरक्षा है. अक्सर उन्हें नक्सल प्रभावित क्षेत्रों मंे जाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि इलाके से सीआरपीएफ को हटाए जाने के बाद क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविध फिर से बढने लगी है. गांव में सुरक्षा की कमान लाठी पार्टी को देना घातक साबित होगा.
पूर्व सांसद मनोज कुमार ने कहा कि उदयगढ से गुजरने से पहले सुरक्षा को लेकर एसपी-डीएसपी सहित अन्य पुलिसकर्मियांे से बात हुई थी, सभी ने बताया था कि रास्ता क्लीयर है. सुबह से तथाकथित चालकों द्वारा सड़क जाम की जानकारी थी. बावजूद ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के कारण हमले की संभावना लगती है. लोग उनके पीछे मारो मारो कहकर दौड़ रहे थे. उन्होंने पुलिस प्रशासन से मामले में बेहतर अनुसंधान कर हमले का कारण और दोषियांे पर अविलंब कार्रवाई करने की मांग की है. मौके पर बीजेपी के कई नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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