Patna: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव मंगलवार से 10 दिनों की जन विश्वास यात्रा शुरू कर रहे हैं. यात्रा शुरू करने से पहले उन्होंने अपने आवास पर पूजा की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जो जनता हमारी मालिक है, उनके बीच हम जा रहे हैं. जन विश्वासयात्रा आज से शुरू हो रही है.जनता ने हमें बिहार में बीते दो चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनाने का काम किया है. आने वाले समय में भी पूरी मज़बूती के साथ जनता हमारे साथ खड़ी रहेगी.”
“आप सब जानते हैं कि नीतीश कुमार जी का कोई विजन नहीं है और ना ही गठबंधन बदलने का कोई रिजन है. आज हम अपनी माता की ममता और पिता की क्षमता और लोकधर्म की प्रधानता के साथ जनता के बीच जा रहे हैं और जनता से विश्वास पाने की कोशिश करेंगे. हम सब मिल कर जनता की सेवा में हैं और जनता की आवाज़ बुलंद करने का काम करेंगे. ”
38 जिलों की यात्रा में 30 जनसभाएं
तेजस्वी यादव बिहार के 38 ज़िलों की यात्रा करेंगे. इस यात्रा के दौरान 30 बड़ी जनसभाएं भी होंगी. इस यात्रा के दौरान 17 महीने की महागठबंधन सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया जाएगा. यात्रा बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर ज़िले के सकरी से शुरू होगी और 29 फ़रवरी तक चलेगी. यात्रा के अंतिम दिन तेजस्वी कटिहार, भागलपुर और जमुई ज़िले जाएंगे. बताया जा रहा है कि तेजस्वी हर रोज़ तीन से चार सभाएं करेंगे.
आरजेडी की कोशिश होगी कि नीतीश संग गठबंधन सरकार के दौरान लोगों को दी गईं नौकरियों का श्रेय लिया जाए. बीते विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने रोज़गार का मुद्दा उठाया था और कहा था कि राज्य के युवाओं को 10 लाख नौकरी दी जाएगी. रविवार को तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट में दावा किया- गठबंधन सरकार ने सिर्फ़ 17 महीनों में चार लाख नौकरियां दी.
जेडीयू और बीजेपी ने साधा निशाना
तेजस्वी यादव की यात्रा पर जेडीयू ने कहा, ”तेजस्वी 10 दिन के दौरे से लोगों को ये बताना चाहते हैं कि नौकरियां उन्होंने दी. लेकिन तथ्य ये है कि नीतीश कुमार ने बेरोज़गार युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र बाँटे थे.” वहीं बीजेपी नेता और मौजूदा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी तेजस्वी यादव पर हमला बोला और कहा कि वो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. चौधरी ने कहा, ”तेजस्वी को लूट यात्रा शुरू करनी चाहिए. पहले वो अपने और परिवार के ख़िलाफ़ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर बोलें.”
+ There are no comments
Add yours