Koderma : सिख धर्म के प्रवर्तक और सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी के प्रकाशोत्सव के सातवें दिन शनिवार को गुरुवाणी से पूरा शहर गुंजायमान रहा. प्रभातफेरी में बड़ी संख्या में सिख समाज की महिलाएं व पुरुष व बच्चे शामिल हुए. प्रभात फेरी में साध-संगत सबद गाते लोग चलते रहे. जिसमें, मिटी धुंध जग चानन होया, जित्थे मेरा सतगुरु बैठा आए, शब्दों से पूरा क्षेत्र गूंजता रहा. इसके साथ ही सातवें और अंतिम प्रभात फेरी का समापन हुआ और प्रभात फेरी के समापन के उपरांत सरदार नरेंद्र सिंह, सरदार गुरभेज सिंह के तरफ से चाय नाश्ता की सेवा की गई. शनिवार को लड़ी के छठे पाठ की समाप्ति हुई जो कवलजीत सिंह, रवि कुमार के तरफ से रखाया गया था. समाप्ति के उपरांत प्रसाद और चाय की सेवा की गई. निशान साहेब पे चोला बदला गया, जिसकी सेवा बीबी अमरजीत कौर ने की और निशान साहेब जो कि 70 फीट की ऊंचाई पर चोला बदलने की सेवा बबल सिंह खालसा के द्वारा की गई. लड़ी का अंतिम पाठ सरदार हरजीत सिंह सलूजा, नवजीत सिंह सलूजा की तरफ से 9 बजे रखवाया गया. गुरुद्वारा के प्रधान हरजीत सिंह सलूजा, सचिव सरदार गुरभेज सिंह, हरपाल सिंह, अवतार सिंह सलूजा, यसपाल सिंह (गोल्डन), गुरमीत सिंह सलूजा, सर्वजीत सिंह, कुलदीप सिंह, जगदीश अजमानी, हरभजन सिंह खालसा, कवलजीत सिंह, रवि सलूजा,रवि छाबड़ा, अक्षत छाबड़ा, सतप्रीत मखीजा, गुरविंदर सिंह, जसबीर कौर, मंजीत कौर, हरप्रीत कौर, मंजीत कौर सलूजा, अमरजीत कौर और सारी संगत धूम धाम से प्रकाश उत्सव मनाने के लिए पूरे उत्साहित हैं.
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