Ranchi: आर्यसमाज मन्दिर (श्रद्धानंद रोड रांची) के तत्वाधान में त्रिदिवसीय 129 वें वार्षिकोत्सव का प्रारंभ हवन-यज्ञ के साथ हुआ. तत्पश्चात राजेन्द्र आर्य,प्रधान,आर्य समाज राँची, प्रेम प्रकाश आर्य,प्रधान झारखण्ड राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा,राँची, मंत्री अजय आर्य, कोषाध्यक्ष संजय पोद्दार ने ओम ध्वज की पताका फहराई.
प्रात: 8.30 बजे रांची शहर के विभिन्न डीएवी विद्यालयों एवं गुरुकुल,हजारीबाग से आईं ब्रह्मचारणियों, विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं समाज के सदस्यों ने विशाल शोभायात्रा निकाली, जिसमें लगभ ग 700 विद्यार्थी,शिक्षक-शिक्षिकाओं व आर्य समाज के अधिकारियों ने भाग लिया. यह शोभा यात्रा आर्यसमाज मंदिर से विश्वविद्यालय द्वार, फिरायालाल,मेन रोड, हनुमान मंदिर से मुड़कर शहीद चौक, महावीर चौक होते हुए पुन:आर्य समाज मंदिर, रांची लौटी. इस अवसर पर आर्य समाज मन्दिर के सभागार में डीएवी विद्यालयों के बच्चों ने स्वामी श्रद्धानंद जी और आर्यसमाज विषय पर अपने विचार रखे. प्रेम प्रकाश आर्य ने स्वामी श्रद्धानन्द के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे महान स्वतंत्रता सेनानी,अमर बलिदानी, वैदिक गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के पुरोधा था. राजेन्द्र आर्य ने कहा कि महान क्रांतिकारी महर्षि दयानंद सरस्वती के अनन्य भक्त स्वामी श्रद्धानंद के बलिदान को हमेशा याद रखेगा. जनोपदेशक और कोलकाता से आए आचार्य योगेश शास्त्री ने कहा कि जो समाज बलिदान भूल जाती है,वह कभी उन्नति नहीं करती. इस अवसर पर प्रेम प्रकाश आर्य, राजेंद्र आर्य,अजय आर्य, संजय पोद्दार, सुनील गुप्ता, रवि प्रकाश तिवारी, अशोक पाठक,डॉ प्रद्युमन शास्त्री, विमलेंद्र शास्त्री,पवन मिश्रा आदि उपस्थित थे.
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