Giridih : उत्तराखंड के उत्तरकाशी नशनल हाईवे में निर्माणाधीन सुंरग के एक हिस्से के धंसने की घटना में झारखंड के 15 प्रवासी मजदूर फंसें हैं. इनमें गिरिडीह के बिरनी के सिमराढाब गांव के दो मजदूर भी हैं. सुंरग में बिरनी के दोनों मजदूर फिलहाल सुरक्षित हैं. जबकि उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक नूरोला खुद घटनास्थल पर डटे हुए हैं और पल-पल की गतिविधि की जानकारी ले रहे हैं. इधर न्यूज विंग के गिरिडीह संवाददाता से बात करते हुए उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन के पदाधिकारी देवेन्द्र पतवाल बताया कि राहत बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है. बिरनी के मजदूरों विश्वजीत कुमार और सुबोध कुमार की जानकारी देते हुए बताया कि सुंरग में चल रहे राहत बचाव कार्य की निगरानी की जा रही है. झारखंड के 15 मजदूर फंसे हुए हैं. आवश्यकता के अनुसार सारे संसाधनों का इस्तेमाल कर सुंरग से मलबे को हटाया जा रहा है. दूसरी तरफ निर्माणाधीन सुंरग के भीतर एक हिस्सा टूटा है और इसी कारण राहत बचाव कार्य चलाने में परेशानी हो रही है. उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग को जरूरत के अनुसार सारे संसाधनों का इस्तेमाल का निर्देश दिया गया है. इधर झारखंड के जिन 15 मजदूरों के फंसने की बात सामने आयी है उसके अनुसार रांची के खिराबेरा के अनिल बेदिया, श्राजेन्द्र बेदिया और सुकराम बेदिया शामिल हैं. जबकि दुमरिया के टिंकू सरदार, मणिकपुर के रंजीत सिंह समेत अलग-अलग इलाके के प्रवासी मजदूर हैं. ये अब भी टनल के भीतर ही फंसे हुए हैं. आपदा प्रबंधन पदाधिकारी देवेन्द्र पतवाल के अनुसार टनल के टूटे हुए हिस्से के भीतर में युद्धस्तर पर राहत बचाव कार्य चलाया जा रहा है. जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी नेशनल हाईवे में निर्माणाधीन टनल का निर्माण कार्य निहीडीएसएल कंपनी कर रही थी.
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