झारखंड के 50 संतों को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण

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Ranchi: संतों को रामलला प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में सम्मिलित होने का निमंत्रण देने का काम रविवार से प्रारंभ हुआ. सर्वप्रथम राँची के मेन रोड स्थित संकटमोचन मंदिर के श्रीमहंत पूज्य महामंडलेश्वर सूर्यनारायण दास महात्यागी महाराज को विश्व हिन्दू परिषद के  झारखंड-बिहार के क्षेत्र मंत्री वीरेन्द्र विमल, प्रान्त उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव, प्रान्त धर्माचार्य संपर्क प्रमुख युगल किशोर प्रसाद तथा रांची महानगर अध्यक्ष कैलाश केसरी ने मिलकर आमंत्रण पत्र सौंपा.श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा भेजा गया.

यह निमंत्रण पत्र चुटिया स्थित प्राचीन श्रीराम मंदिर के महंत गोकुल दास, महर्षि मेंही आश्रम, चुटिया के स्वामी निर्मलानन्द महाराज, अद्वैत स्वरूपायतन मंदिर, तुपुदाना के महंत पूर्णानन्द जी महाराज, भारत सेवाश्रम संघ के स्वामी भूतेशानन्दजी, गायत्री शक्ति पीठ के काशीनाथजी सहित अन्य चयनित संतों को पत्र दिया जा रहा है. बड़ी संख्या में जनजातीय संतों को भी निमंत्रण दिया गया है.

गोड्डा की साध्वी रेखा हेम्ब्रम, पाकुड़ के संत जयंत टुडु, साफा होड़ संप्रदाय के माधो बाबा, हिरणपुर के बाबा ईश्वर मरांडी, लातेहार से बाबा बुनिराम भगत, गुरु बाबा टुंडु मुर्मू,

जामताड़ा के भगत कालेश्वर सोरेन, सोनरायठारी, देवघर के गुरु बाबा रखीसल हेंब्रम, गिरिडीह की कबीरपंथी साध्वी महात्मा ज्ञानानंद, जमशेदपुर के सरदार रतन सिंह, सहित लगभग 50 संतों को झारखंड में निमंत्रण आया है.

वीरेंद्र विमल के मुताबिक 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद आये इस शुभ अवसर पर भारत के सभी मत, पंथ, संप्रदाय, परंपरा के संतों सहित समाज जीवन के सभी क्षेत्रों के विशिष्ट जनों को आमंत्रित किया जा रहा है.

संतों को 20 जनवरी तक अयोध्या पहुँचने का निवेदन किया गया है. निमंत्रण व्यक्तिगत है. अतः निमंत्रण पत्र के साथ पहचान पत्र लेकर ही जाना है. इस निमंत्रण पर किसी प्रतिनिधि को प्रवेश नहीं मिलेगा. सभी प्रान्तों के 5-7 संतसेवी कार्यकर्त्ता संतों की व्यवस्था हेतु एक सप्ताह पूर्व ही अयोध्या बुलाये गये हैं.

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