प्रिंस खान के पांच गुर्गे को धनबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार, समस्तीपुर में छुपकर घटना को देता था अंजाम

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Dhanbad : संगठित अपराध पर लगाम लगाने में और धनबाद के व्यवसायियों से रंगदारी वसूलने वाले प्रिंस के नेटवर्क को ध्वस्त करने में एक बार फिर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है.धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने अपने कार्यालय में रविवार को प्रेस वार्ता कर प्रिंस खान के संगठित अपराध से जुड़े उन चेहरे को बेनकाब किया जो उसके लिए रंगदारी वसूली का काम करते थे. इसमें ऐसे अपराधी भी शामिल है जो दिखाने के लिए छोटे मोटे व्यापार करते हैं लेकिन पर्दे के पीछे प्रिंस गैंग के लिए काम करते थे. ये व्यवसायियों के नंबर जुटाने के साथ वसूली की रकम को भी ठिकानें लगाते थे.

धनबाद एसएसपी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही प्रिंस खान गैंग के अकाउंट्स ऑपरेट करने वाला उसका प्राइवेट मैनेजर गाजियाबाद निवासी वीर सिंह को गिरफ्तार किया था. वह विभिन्न 40 बैंक खातों में प्रिंस के लिए रंगदारी का पैसा जमा करता था और उसे दुबई भेजता था. इस बार पुलिस ने रंगदारी के पैसे वसूलने वाले प्रिंस खान गैंग के कुख्यात मोहम्मद इम्तियाज आलम उर्फ डब्लू को गिरफ्तार किया है.

पकड़ा गया इम्तियाज धनबाद के वासेपुर का निवासी है लेकिन ये दोनों बिहार के समस्तीपुर में छुपकर रहता था और वहीं से सभी गतिविधि को अंजाम देता था. वहीं इसके गैंग में शामिल मोहम्मद कामरान उर्फ गुड्डू , कार सजावट का मालिक मोहम्मद तौकीर उर्फ राजू और पश्चिम बंगाल में रहकर गैंग से जुड़ा मोहम्मद फैयाज उर्फ लड्डू, और मोहम्मद सद्दाम हैदर को भी पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया गया है. ये सभी अपराधी धनबाद के कुछ व्यवसायियों से मंथली रंगदारी वसूलते थे और कुछ फोन कॉल से धमकी देने टारगेट के बाद उनसे वसूली करते थे.

पुलिस ने इनके पास से 02 पिस्टल ,चार जिंदा कारतूस के साथ 07 मोबाइल और 02 लाख 25 हजार नगद बरामद किया है. प्रिंस खान गैंग का हाल ही में दिल्ली नेटवर्क ध्वस्त होने के बाद उसने अपना हैदराबाद नेटवर्क को सक्रिय किया था. धनबाद के व्यवसाईयों से वसूले गए पैसे को हैदराबाद ही शिफ्ट किए जाने की योजना थी और उसके बाद इस रकम को विदेश में प्रिंस के दुबई ठिकाने तक पहुंचाई जाती. धनबाद एसएसपी ने सभी व्यवसायियों और आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह प्रिंस खान गिरोह को रंगदारी की रकम नहीं दें और किसी भी तरह की धमकी की खबर सबसे पहले पुलिस को दें.

उन्होंने बताया कि सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी और डीएसपी विधि व्यवस्था, डीएसपी हेड क्वार्टर के नेत्तृत्व में पुलिस की ओर से एक विशेष टीम बनाई गई है. वही विशेष जांच के लिए डीएसपी 1 अमर पांडेय को नोडल पदाधिकारी बनाया गया. जो धमकी मामले की समीक्षा कर सुरक्षा प्रतिनियुक्ति पर नजर रखेंगे.

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