सात महीने बाद हुई गिरिडीह जिला पर्षद की बैठक, जल जीवन मिशन की गड़बड़ी पर डीसी पीएचईडी के पदाधिकारी पर बरसे

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Giridih : विवादों के कारण सात महीने बाद हुई गिरिडीह जिला पर्षद की बैठक शनिवार को एक नए पीसीयू प्रशिक्षण भवन में की गयी. जिले के तमाम जिप सदस्यों के साथ प्रमुखों ने हिस्सा लिया. बैठक में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, बगोदर विधायक विनोद सिंह, प्रशिक्षु आइएएस दीपेश कुमारी और जिला पर्षद अध्यक्ष मुनिया देवी के साथ उपाध्यक्ष छोटे लाल यादव समेत कई जनप्रतिनिधी भी शामिल हुए.

बैठक में अधिकांश जिप सदस्यों ने जनहित के मुद्दे उठाने के बजाय अपने मानदेय के भुगतान पर बल दिया और कहा कि मानदेय भुगतान का निर्देश राज्य सरकार द्वारा जारी होने के बाद भी बंद पड़ा है. इस दौरान डीसी ने कहा कि मानदेय भुगतान को लेकर जितने दस्तावेज की जरूरत है उसे अब तक सिर्फ दो सदस्यों ने उपलब्ध कराया है और किसी ने नहीं. वक्त पर सारे सदस्यों के दस्तावेज आने के बाद मानदेय भुगतान शुरू कर दिया जायेगा. इधर बैठक में जल जीवन मिशन में व्याप्त गड़बड़ी का मुद्दा एक बार फिर उठा, जिसमें डीसी ने पीएचईडी वन के कार्यपालक अभियंता पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पूरे मामले में जांच की गयी थी और जांच में जिप सदस्य भी शामिल थे, लेकिन रिपोर्ट में गड़बड़ी क्या निकली. यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है. क्योंकि उन तक रिपोर्ट पहुंची ही नहीं. सीधे तौर पर पीएचईडी के पदाधिकारी और संवेदक दोषी हैं. जिन पर कार्रवाई के लिए पत्राचार किया जाएगा. बैठक में जिप सदस्यों ने कहा कि ग्राम्य अभियंत्रण द्वारा करीब छह सौ सड़क निर्माण की योजना का राशि उपलब्ध है. किन-किन गांवों कितनी सड़क निर्माण की योजना ली जानी है और किनकी अनुशंसा पर, यह भी स्पस्ट नहीं हुआ. जिप सदस्यों द्वारा उठाये गये सवालों पर डीसी ने कहा कि छह सौ योजना में अभी सिर्फ एक तिहाई सड़क निर्माण की योजना को लेने का निर्देश है. बैठक में भाजपा नेता सह सांसद प्रतिनिधी नारायण पांडेय और आजसू नेता अनूप पांडेय समेत जिप सदस्य सह भाजपा नेत्री डॉली राय ने भी सवाल उठाये और कहा कि मनरेगा में गड़बड़ी नीचे स्तर पर है. तीनों के उठाये सवालों पर डीसी ने कहा कि मनरेगा में गड़बड़ी है इसकी जानकारी उन्हें भी है और इसके लिए जिम्मेवार रोजगार सेवकों को बरर्खास्त किया जाएगा. डीसी ने मौजूद सदस्यों से आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में हर योजना को पहुंचाने का माध्यम बना है आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम. ऐसे में पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों की भूमिका सबसे बड़ी है. इधर बैठक में झामुमो नेत्री हिंगामुनी मुर्मु, कांग्रेस नेता सह धनवार प्रमुख गौतम सिंह समेत कई प्रतिनिधि और पदाधिकारी मौजूद थे.

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