लुगू पहाड़ पर डीवीसी के प्रस्तावित हाइडल पंप स्टोरेज पावर प्लांट का लुगूबुरु घंटाबाड़ी ने किया विरोध

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Bokaro: लुगूबुरु दोरबार चाटानी, लालपनिया, बोकारो में आदिवासी संथाल समाज के अगुआ माझी, परगना , सामाजिक प्रतिनिधियों का बैठक रविवार को देश पारगना बाबा बैजू मुर्मू के अध्यक्षता में संपन्न हुआ. बैठक में -5 नवंबर को आयोजित लुगू पहाड़ में डीवीसी द्वारा प्रस्तावित हाइडल पम्पड स्टोरेज पावर प्लांट को रद्द करने हेत जन आक्रोश महाजुटान की तैयारी पर चर्चा किया गया.

बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों ने कहा लुगू पहाड़ हमारा धार्मिक धरोहर है हमारे धोरोम गाढ़ से छेड़छाड़ करना डेढ़ करोड़ संथाल आदिवासियों के धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचने का काम है। राज्य सरकार या केंद्र सरकार आदिवासियों के विकास के नाम पर आदिवासियों के अस्तित्व पहचान समाप्त करने का षड्यंत्र रच रही है. मारांबुरु पारसनाथ गिरिडीह को जैनो के नाम कर एवं पारसनाथ पहाड़ में रोप-वे निर्माण कर हमारे धर्म स्थल को समाप्त करना चाहती है. इसी तरह लुगू पहाड़ में डीवीसी द्वारा प्रस्तावित हाईडाल पंप्ड स्टोरेज पावर प्लांट 1500 मेगावाट परियोजना को लाकर हमारी धार्मिक धरोहर एवं पांच गांव के आदिवासी मूलवासी परिवारों को विस्थापित कर उनके अस्तित्व पहचान को समाप्त करने की कुप्रयास किया जा रहा है.

इधर यूनिफाइड सिविल कोड और वन संरक्षण संशोधन अधिनियम 2023 को लागू कर आदिवासियों के हक अधिकार, रीति रिवाज, परंपरा को समाप्त करना चाहती है, ऐसी स्थिति में माहतो समुदाय द्वारा आदिवासी बनने का पूरजोर कोशिश की जा रही है वे भी आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार हक हिस्सेदारी पर कब्जा करना चाहती है.राज्य सरकार पिछले 28 वर्षों से पेसा कानून 1996 को लागू नहीं कर आदिवासियों के पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था, जल जंगल जमीन का अधिकार पर अतिक्रमण कर रही है जिससे आदिवासी संथाल समाज हासिए पर चला जाएगा.

विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिनिधियों ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में समाज के लोग मासी आगरा में बैठक कर रहे हैं और अपने स्तर पर तैयारी कर रहे हैं जिससे आक्रोश महाजुटान में भारी से भारी संख्या में समाज के लोग शामिल होंगे। तय किया गया कि आने वाले लोगों को स्वागत करने के लिए, मंच , माइक लाइट, पीने का पानी की सुविधा, परिवहनों को सुरक्षित स्थानों में रखने, आस- पास गांवों में प्रचार प्रसार दल, मिडिया के साथ समन्वय समिति आदि टीम का गठान किया गया। प्रचार डाल लोगों पहाड़ के ईर्द-गिर्द के गांवों में 1 से 4 नवंबर 2023 तक माइईक गाड़ी से ग्रामीणों को जागरुक करते हुए माहाजूटान में शामिल होने का प्रचार प्रसार लगातार करेंगे.

आगामी दिनांक 2 नवंबर को मेडिटेशन हॉल लाल पुनिया में दोपहर 12:30 बजे महाजुटन के संबंध में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया है साथ ही आदिवासी समाज से अपील किया कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति राजनीतिक सोच से ऊपर उठकर आदिवासी समाज के धार्मिक धरोहर, संवैधानिक अधिकार , पारंपरिक स्वासाशन व्यवस्था को बचाने के लिए भारी से भारी संख्या में विराट जन आक्रोश महाजुटान में शामिल होकर एकता का परिचय दें.
बैठक में मुख्य रूप से बाबुली सोरेन, माझी बाबा दुर्गा चरण मुर्मू, दुलू माझी, हिरालाल सोरेन, बाबुदास हांसदा, मिथलेश किस्कु, हीरालाल सोरेन, पंचानन सोरेन, मधु सोरेन, लखन मार्डी, बिंदे सोरेन, दुलाल हांसदा, बुद्धेश्वर किस्कू, सुकुमार सोरेन, आदि काफी संख्या में समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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