इंडिया-यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट: लग्जरी कारें, विदेशी शराब और ब्रांडेड कपड़े अब होंगे सस्ते!

 

क्या है इंडिया-यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA)?

भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) साइन हो चुका है। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर देखने को मिलेगा। अब लग्जरी कारें, विदेशी शराब, और यूके से आने वाले ब्रांडेड कपड़े आम भारतीय कंज्यूमर्स की पहुंच में होंगे। इस एग्रीमेंट से ब्रिटिश प्रोडक्ट्स पर टैक्स घटेगा, जिससे इनकी कीमतें कम होंगी।

क्या होगा सस्ता?

इस समझौते के बाद यूके से आने वाले कई प्रोडक्ट्स भारत में सस्ते होंगे। आइए जानते हैं कौन-कौन से आइटम्स की कीमतों में गिरावट आएगी:

1. लग्जरी कारें:

जैगुआर (Jaguar), लैंड रोवर (Land Rover) जैसी कारें अब भारत में कम कीमत पर मिलेंगी। पहले इन कारों पर 100% इम्पोर्ट टैक्स लगता था, जो अब घटकर सिर्फ 10% रह जाएगा।

2. ब्रिटिश विस्की और जिन:

पहले ब्रिटिश विस्की और जिन पर 150% इम्पोर्ट टैक्स लगता था, जो अब धीरे-धीरे 75% और 10 सालों में 40% तक आ जाएगा। इसका मतलब है कि ब्रिटिश शराब अब भारत में अधिक सस्ती होगी।

3. ब्रांडेड कपड़े और फैशन आइटम्स:

ब्रिटेन के ब्रांडेड कपड़े, जूते और होमवेयर प्रोडक्ट्स भी अब कम कीमत पर मिलेंगे। इसका फायदा सीधे मिडिल क्लास को मिलेगा।

4. फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक्स:

इम्पोर्टेड इलेक्ट्रॉनिक सामान और फर्नीचर पर भी कम टैक्स लगेगा, जिससे ये आइटम्स भारतीय बाजार में अधिक किफायती होंगे।


भारतीय कंज्यूमर्स को क्या फायदा होगा?

FTA की वजह से पहले जिन प्रोडक्ट्स पर भारी टैक्स लगता था, अब वो आम आदमी की पहुंच में आ जाएंगे। लग्जरी कारें, ब्रांडेड परफ्यूम, घड़ियां, और विदेशी शराब जैसी चीजें अब मिडिल क्लास के बजट में होंगी। इसके साथ ही कॉम्पिटिशन बढ़ेगा, जिससे कीमतें घटेंगी और क्वालिटी में भी सुधार होगा।


भारतीय कंपनियों पर असर:

इंडिया-यूके FTA का असर भारतीय कंपनियों पर भी पड़ेगा:

  • प्रीमियम लिकर कंपनियां जैसे यूनाइटेड स्पिरिट्स, रेडिको खैतान और पेरनोड रिकॉर्ड्स को अब ब्रिटिश ब्रांड्स से मुकाबला करना होगा।

  • ऑटोमोबाइल सेक्टर में भारतीय कंपनियों को यूके की लग्जरी कारों से कड़ी टक्कर मिलेगी।


भारत को क्या फायदा होगा?

FTA के साइन होने के बाद भारतीय एक्सपोर्ट्स को भी बढ़ावा मिलेगा। साल 2024 में भारत ने यूके को 1.12 लाख करोड़ का सामान एक्सपोर्ट किया था, और इस समझौते के बाद यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है। भारत का लक्ष्य है कि 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट पूरा किया जाए। इस एग्रीमेंट से एमएसएमई सेक्टर को ग्लोबल मार्केट मिलेगा और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।


डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन: भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए बड़ी राहत

FTA के साथ ही डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन पर भी साइन हुआ है। इसका मतलब यह है कि भारतीय प्रोफेशनल्स को अब यूके में काम करते समय दोनों देशों में सोशल सिक्योरिटी (PF, पेंशन) का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। यह एक बड़ी राहत है, जिससे भारतीयों की सैलरी पर एक्स्ट्रा बोझ नहीं पड़ेगा।


निष्कर्ष:

भारत और यूके के बीच हुआ यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट भारतीय बाजार में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा। न सिर्फ प्रोडक्ट्स सस्ते होंगे, बल्कि एक्सपोर्ट्स और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। आने वाले समय में भारतीय कंज्यूमर्स और बिजनेस सेक्टर को इसके बड़े फायदे होते दिखेंगे।

क्या आप तैयार हैं इस नई शुरुआत के लिए?
अब इंतजार कीजिए कि ब्रिटिश लग्जरी और ब्रांड्स आपके बजट में आएं और भारतीय बाजार को एक नया आयाम दें।

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