CBI ने Intermediary भक्ति बेहरा को bribe लेते arrest, ED Dy. Director चिंतन रघुवंशी भी हिरासत में
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अवैध खनन (illegal mining) के case में bribe लेते हुए intermediary भक्ति बेहरा को गुरुवार को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया। आरोप है कि बेहरा ने खदान मालिक रतिकांत राउत (Ratikant Raut) से ₹20 लाख की रिश्वत ली थी।
सूत्रों के अनुसार, राउत ने पहले CBI में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों और बीच-समझौता करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शिकायत मिलने के बाद CBI ने जाल बिछाया और राउत के साथ sting operation में भक्ति बेहरा को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
बेहरा ने आरंभ में ₹2 करोड़ की मांग की थी, लेकिन बाद में ₹50 लाख तक negotiation की गई। अंततः सौदे के दौरान मात्र ₹20 लाख की राशि वसूल कर बेहरा को arrest किया गया।
गिरफ्तारी के तुरंत बाद CBI ने Enforcement Directorate (ED) के उप निदेशक चिंतन रघुवंशी से संपर्क किया। रघुवंशी, जो 2013 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी हैं, से बेहरा के फोन और अन्य डिजिटल evidence के आधार पर पूछताछ की जा रही है।
Search & Seizure Operation
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CBI ने रघुवंशी के residence और IRC Village के दफ्तर पर छापेमारी कर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।
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सूत्रों के अनुसार, ED ने 8 जनवरी को ढेंकानाल स्थित खदान मालिक रतिकांत राउत के विविध ठिकानों पर बड़े पैमाने पर raid किया था।
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उस अभियान में कटक, ढेंकानाल, खुर्दा, अनुगुल और जाजपुर समेत कुल 15 स्थानों पर search की गई थी।
रघुवंशी की ED जांच में भी भूमिका रही है। आरोप है कि उन्होंने राउत को बार-बार summon भेजकर अपने दफ्तर बुलाया और अवैध खनन से जुड़े वित्तीय लेन-देन की जानकारी ली। अब CBI इस सिलसिले को आगे जांच रही है कि रघुवंशी ने रौत से कितना लाभ प्राप्त किया और मुकदमेबाजी में उनकी क्या भूमिका रही।
CBI सूत्रों के मुताबिक, इस arrest से जुड़े सभी forensic audit और digital data की जांच की जाएगी। रघुवंशी के फोन रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजेक्शन, WhatsApp चैट और ईमेल ट्रेल की छानबीन जारी है।
यह कार्रवाई अवैध खनन के नेटवर्क को पूरी तरह उखाड़ फेंकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। विशेष रूप से मध्य और पूर्वी भारतीय राज्यों में खनन माफियाओं के साथ सांठगांठ करने वाले सरकारी अफसरों पर यह शिकंजा कसने का संदेश देता है।
जांच के अगले चरण में CBI ट्रैवल रिकॉर्ड, रघुवंशी की विभागीय पोस्टिंग इतिहास और भक्ति बेहरा के खाते-पतों का विस्तृत probe करेगी। ED और CBI दोनों एजेंसियों के बीच joint operation को और भी व्यापक बनाने के लिए अधिकारी आज एक उच्चस्तरीय मीटिंग करेंगे।
इस पूरे मामले का न्यायिक process भी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। CBI कोर्ट में जल्द ही remand application दाखिल करेगी, ताकि प्रतिबंधित परिवेश में आरोपी से गहन पूछताछ की जा सके।
यह जांच न केवल अवैध खनन (illicit mining) की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि सार्वजनिक धन और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए केंद्रीय एजेंसियों की सजगता को भी दर्शाती है। आने वाले दिनों में जब आरोप-पत्र (charge sheet) पेश होगा, तब इस पूरे नेटवर्क की मंशा और सामंजस्य उजागर होगा।