2035 तक अंतरिक्ष में भारत का अपना स्पेस सेंटर होगा : पीएम मोदी

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New Delhi: पीएम मोदी ने मंगलवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र का दौरा किया. इस मौके पर पीएम मोदी ने देश को उन चारों अंतरिक्ष यात्रियों से भी रूबरू कराया जो गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष में जाएंगे. पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि चंद्रमा के साउथ पोल पर तिरंगा फहराकर हमने इतिहास रचा.

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आज शिवशक्ति प्वाइंट पूरी दुनिया को भारत के सामर्थ से परिचित करा रहा है. अब विक्रम साराभाई स्पेश सेंटर में हम सभी एक और एतिहासिक सफर के साक्षी बन रहे हैं. अब से कुछ देर पहले देश पहली बार अपने चार गगणयान यात्रियों से परिचित हुआ. पीएम मोदी ने कहा कि 2035 तक स्पेस में भारत का अपना स्पेस सेंटर होगा.

पीएम मोदी ने कहा कि ये सिर्फ चार नाम और चार इंसान नहीं है. ये 140 करोड़ एस्प्रेशंस को स्पेश में ले जाने वाली चार शक्तियां हैं. उन्होंने कहा कि 40 सालों के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है, लेकिन इस बार टाइम भी हमारा और काउनडाउन भी हमारा होगा औऱ रॉकेट भी हमारा ही है.

उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज इन एस्ट्रोनॉट से मिलने और उनसे बातचीत करने और उन्हें देश के सामने प्रस्तुत करने का सौभाग्य मुझे मिला. मैं इन साथियों को पूरे देश की तरफ से बहुत-बहुत बधाई देता हूं. 21वीं सदी के भारत की सफलता में आज आपका नाम भी जुड़ गया है. आप आज के भारत का विश्वास हैं. आप आज के भारत का शौर्य हैं, साहस हैं अनुशासन हैं.

आप भारत का गौरव बढ़ाने के लिए अंतरिक्ष में तिरंगा लहराने के लिए पिछले कई वर्षों से दिन रात परीश्रम कर रहे हैं. आप भारत अमृत पीढ़ी के प्रतिनिधि हैं, जो चुनौतियों को चुनौती देने का जज्बा रखती हैं. आपके कड़े ट्रेनिंग मॉड्यूल में योग का एक बड़ा रोल है. इस मिशन में हेल्दी माइंड औऱ हेल्दी बॉडी का तालमेल होना जरूरी है.

आप ऐसे ही जुटे रहिए देश की शुभकामनाएं आपके साथ हैं. आपको ट्रेनिंग देने में जुटे इसरो के गगनयान प्रोजेक्ट से जुड़े सभी साथियों को भी अनेको शुभकामनाएं देता हूं. इसके साथ-साथ कुछ चिंता भी बताना चाहता हूं. हो सकता है कि कुछ लोगों को बातें कड़वी भी लगीं.

देश की मीडिया से प्रार्थना है जो चार साथी हैं उन्होंने लगातार पिछले कुछ वर्षों से साधना की है और दुनिया के सामने चेहरा दिखाए बगैर की है. अभी बहुत कुछ करना बाकी है. अब उनको और कठिन कसौटियों से गुजरना है. अब ये चार सेलेब्रेटी बन चुके हैं. अब ये कहीं जाएंगे तो लोग ऑटोग्राफ लेने दौड़ेंगे. लोगों को सेल्फी भी चाहिए होगी. परिवार के पीछे भी पड़ेंगे मीडिया वाले.

ऐसा वातावरण बन जाएगा कि इनके लिए ये साधना में रुकावट ला सकती है. मेरी प्राथना है कि अब रियल स्टोरी शुरू हो रही है. हम जितना उनको सहयोग देंगे उनके परिवार को सहयोग देंगे, उतना देश के लिए अच्छा होगा. ताकि वो किसी दूसरी चीजों में ना उलझ जाएं.

इसलिए हम जितनी अनुकुलता करेंगे उतना उन्हें फायदा होगा. अब तक इनका नाम बाहर नहीं गया था तो काम आराम से चल रहा था. लेकिन अब बाहर आ गया है. अब हमे इनका साथ देना होगा. ताकि इनका ध्यान कहीं और ना भटके.

गगनयान में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर उपकरण मेड इन इंडिया है. ये कितना बड़ा संयोग है कि जब भारत दुनिया की टॉप थ्री इकोनॉमी बनने के लिए उड़ान भर रहा उसी समय गगनयान भी भारत के स्पेस सेंटर को एक नई ऊंचाई दे रहा है.

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