ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय जवाबी हमलों में लाहौर‑समेत कई पाक एयर‑डिफेंस ठिकाने तबाह, एलओसी पर संघर्ष विराम ध्वस्त
नई दिल्ली: गुरुवार तड़के पाकिस्तान से दागे गए मिसाइल‑और ड्रोन हमलों को नाकाम करने के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत लाहौर, रावलपिंडी, गुजरांवाला, अटॉक और बहावलपुर सहित कई पाकिस्तानी सैन्य‑ठिकानों पर जोरदार पलटवार किया। भारतीय वायुसेना के इज़रायली‑मूल हारोप व हार्पी कामिकाज़े ड्रोन ने लाहौर में चीन‑निर्मित HQ‑9 सतह‑से‑हवा मिसाइल‑तंत्र और रडार प्रणाली को नष्ट कर दिया। उत्तरी अरब सागर में युद्धपोतों की अग्रिम तैनाती और नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्ष विराम पूर्णतः टूटने से तनाव नई ऊँचाई पर पहुँच गया है।
रात 1 बजे के आसपास पाकिस्तान ने अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, बठिंडा, चंडीगढ़, जैसलमेर व भुज समेत 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन‑मिसाइल दागे; भारतीय S‑400‑प्रमुख बहु‑स्तरीय एयर‑डिफेंस ने सभी खतरों को मार गिराया। अंधेरा होते ही पाक हमले दोबारा शुरू हुए—जम्मू एयरपोर्ट समेत कई स्थानों पर सायरन और ब्लैकआउट से दहशत फैल गई, किन्तु “काइनेटिक व नॉन‑काइनेटिक” प्रतिउत्तर से सभी हमले निष्प्रभावी रहे और भारत को कोई क्षति नहीं हुई।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत सदैव संयम दिखाता है, लेकिन यदि कोई इसे कमजोरी समझेगा तो उसे बुधवार जैसी ‘गुणवतापूर्ण कार्रवाई’ झेलनी पड़ेगी।” विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि पहलगाम नरसंहार ही ‘मूल उत्तेजना’ था; भारत का जवाब “सटीक, सीमित और गैर‑उत्तेजक” है। उन्होंने चेताया कि पाकिस्तान की किसी भी नई हरकत का तत्काल और उपयुक्त जवाब दिया जाएगा।
इस बीच, पाक सेना ने एलओसी के कुपवाड़ा, बारामूला, उड़ी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी तोपें तैनात कर गोलाबारी बढ़ा दी, जिसमें तीन महिलाओं व पाँच बच्चों सहित 16 नागरिक मारे गए। भारतीय बलों की जवाबी फायरिंग के बाद ही पाकिस्तानी गोलाबारी थमी। भारतीय सेना ने दोहराया कि वह स्थिति नहीं बढ़ाना चाहती, बशर्ते पाक सेना भी ऐसा ही करे।