केदारनाथ में लैंडिंग के दौरान एयर एम्बुलेंस दुर्घटनाग्रस्त, पायलट-चिकित्सक दल बाल-बाल बचा
द्रप्रयाग/केदारनाथ, 17 मई: शनिवार क़रीब 11:50 बजे एम्स ऋषिकेश की हेली-एम्बुलेंस केदारनाथ हेलिपैड पर उतरते समय अनियंत्रित होकर पास के खुले मैदान में क्रैश-लैंड कर गई। हेलीकॉप्टर का पिछले हिस्से का रोटर ज़मीन से टकराकर टूट गया, लेकिन पायलट तथा दो सदस्यीय चिकित्सकीय दल सुरक्षित बाहर निकल आए। किसी यात्री या ज़मीन पर मौजूद व्यक्ति को चोट नहीं लगी।
जिला पर्यटन अधिकारी तथा चारधाम हेली-सेवाओं के प्रभारी राहुल चौबे के मुताबिक, “एक तीर्थयात्री को तेज़ श्वसन कष्ट होने पर एम्स ऋषिकेश से एयर एम्बुलेंस बुलाई गई थी। तकनीकी समस्या के कारण हेलिपैड पर पुख़्ता टच-डाउन संभव नहीं था, इसलिए पायलट ने पास के खुले मैदान में उतारने की कोशिश की, तभी पिछला हिस्सा ज़मीन से टकराया।”
प्रारम्भिक जांच में टेल-रोटर असेंबली के फेल होने की बात सामने आई है, जिससे पायलट को आपात उतारू कार्रवाई करनी पड़ी। यह वही विवरण है जिसे बाद में जारी बयान में पुष्टि करते हुए कहा गया कि रोटर टूटते ही हेलीकॉप्टर तत्काल नीचे बैठ गया और बड़ा हादसा टल गया।
हादसे की सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) व स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने घटना की औपचारिक जांच के आदेश दे दिए हैं और एयरक्राफ़्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की तकनीकी टीम भी डेटा रिकवर करने के लिए रवाना हो गई है।
केदारनाथ मार्ग पर भारी तीर्थ-आवागमन के कारण हेलीकॉप्टर उड़ानों की संख्या बढ़ गई है। अक्टूबर 2022 में इसी क्षेत्र में हुई एक दुर्घटना में छह लोगों की मृत्यु के बाद से DGCA ने ऑपरेटरों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा-एडवाइज़री जारी कर रखी है।
हेलीकॉप्टर को अस्थायी तौर पर उड़ान-योग्य नहीं घोषित किया गया है; मरम्मत एवं विस्तृत टेक्निकल ऑडिट के बाद ही अगली सेवा की अनुमति दी जाएगी। प्रशासन ने घायलों की संख्या शून्य बताते हुए यात्रियों से अफ़वाहों पर ध्यान न देने और चारधाम यात्रा कार्यक्रम पूर्ववत जारी रखने की अपील की है।